मंत्री बनने के लिए दिल्ली में डेरा डाले हैं कांग्रेस विधयाक।
हेमंत सोरेन कल यानी 28 नवंबर की शाम 4 बजे रांची के मोरहाबादी मैदान में चौथी बार सीएम पद की शपथ लेंगे। वह अकेले ही शपथ लेंगे। बाद में मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा।
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सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के विधायकों में मंत्री पद को लेकर रस्साकशी चल रही है। इस कारण पार्टी अभी तक मंत्री पद के नाम तय नहीं कर पाई है। यहां तक की पार्टी ने विधायक दल का नेता तक तय नहीं किया है।
कांग्रेस के अंदर जीच के कारण हेमंत सोरेन ने अकेले शपथ लेने का फैसला किया है। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने भास्कर को बताया कि मंत्रिमंडल का विस्तार बाद में होगा।
दिल्ली दौड़ रहे कांग्रेस के विधायक
मंत्री बनने के लिए कांग्रेस के विधायक रामेश्वर उरांव, श्वेता सिंह और निशत आलम को छोड़कर सारे नवनिर्वाचित विधायक दिल्ली में आला नेताओं के दरबार में हैं। विधायकों ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात कर अपनी पैरवी की है।
कांग्रेस को मिलना है 4 मंत्री पद
बताया जा रहा है कि नई सरकार में 2019 के फॉर्मूले को ही अपनाया जाएगा। उस वक्त 5 विधायकों पर एक मंत्री पद का फॉर्मूला तय हुआ था। इस बार भी 5:1 का ही फॉर्मूला रहेगा। सूत्रों के अनुसार, नई सरकार में JMM के 6, कांग्रेस के 4 और राजद का एक मंत्री होगा।

27 नवंबर को दिल्ली में कांग्रेस नेताओं से मिले थे हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन।
कांग्रेस से इन विधायकों को मिल सकता है मौका
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस के 16 विधायक चुनाव जीत कर आए हैं। ऐसे में कांग्रेस की ओर से जिन नाम पर पार्टी आलाकमान मंत्री बनाने को लेकर फैसला कर सकता है, उसमें रामेश्वर उरांव, इरफान अंसारी, राधाकृष्ण किशोर या रामचंद्र सिंह, दीपिका पांडेय सिंह, प्रदीप यादव और अनूप सिंह में से क्षेत्र, जातीय और अन्य समीकरण का ख्याल रखते हुए किन्हीं 4 पर अपनी मुहर लगा सकता है।
पिछली बार कांग्रेस के इन विधायकों को बनाया गया था मंत्री

हेमंत सोरेन की पिछली सरकार में कांग्रेस कोटे के इन 4 विधायकों को मंत्री बनाया गया था। इसमें से बन्ना गुप्ता चुनाव हार गए हैं। बाकी बचे तीन विधायक इस बार भी मंत्री बनने के दावेदार हैं।
हेमंत की शपथ में 10 पार्टियों के 18 बड़े नेता होंगे शामिल
हेमंत सोरेन की शपथ में INDIA गठबंधन अपनी ताकत दिखाने के लिए रांची में एकजुट होगा। इसमें 10 पार्टियों के 18 शीर्ष नेता शामिल होंगे। आने वालों में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, एनसीपी (शरदचंद्र गुट) के अध्यक्ष शरद पवार, टीएमसी अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, मेघालय के सीएम कोंराड कोंगकल संगमा, पंजाब के सीएम भगवंत मान का नाम तय है।
वहीं, भाकपा माले नेता दीपांकर भट्टाचार्य, AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना (UT) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती, तमिलनाडु के डिप्टी सीएम उदय स्टालिन, कर्नाटक के डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार, बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव और AAP सांसद संजय सिंह भी आएंगे।
सभी नेता गुरुवार को दिन में आएंगे और शाम 4 बजे शपथ के बाद लौट जाएंगे।
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