शिमला के धामी में फेरी वाले युवक पर थप्पड़ों की बरसात करते हुए स्थानीय व्यक्ति।
हिमाचल के शिमला में मस्जिद विवाद के बीच एक फेरी (वेंडर) वाले युवक की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें एक लोकल व्यक्ति फेरी वाले की पिटाई करते नजर आ रहा है। पहले मुंह पर थप्पड़ मारे, फिर मुर्गा बनाया।
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वीडियो में व्यक्ति फेरी वाले को तलवार से काटने की धमकी भी देता दिख रहा है। वायरल वीडियो शिमला के धामी क्षेत्र का बताया जा रहा है, जो कि शिमला के बालूगंज पुलिस थाना के अधीन आता है। फिलहाल इसकी पुष्टि होनी बाकी है।
वीडियो वायरल होने के बाद बालूगंज थाना के SHO खुद धामी क्षेत्र के लिए गए हैं। फेरी वाले की भी पहचान की जा रही है, क्योंकि उसकी तरफ से पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी गई है।
मुर्गा बनाने और थप्पड़ मारने की 2 तस्वीरें…
शिमला में स्थानीय व्यक्ति ने फेरी वाले को थप्पड़ मारने के बाद मुर्गा बनाया।
बाइक पर सवार फेरी वाले युवक की पिटाई करता हुए स्थानीय व्यक्ति।
अब पढ़िए वीडियो में क्या है…
बाइक रोकी, फिर मारे थप्पड़ वीडियो 1 मिनट 19 सेकेंड का है। जिसमें एक व्यक्ति फेरी वाले को थप्पड़ मार रहा और दूसरा उसकी वीडियो बना रहा है। वीडियो में दिख रहा कि फेरी वाला बाइक पर शिमला के साथ लगते धामी क्षेत्र में पहुंचा। बाइक पर पीछे एक बैग रखा है। यहां उसे स्थानीय व्यक्ति ने रोक लिया। इसके बाद उसने फेरी वाले को कई थप्पड़ मारे।
फेरी वाले ने अपनी सफाई देने की कोशिश की, लेकिन उसकी नहीं सुनी गई। इसके बाद व्यक्ति ने तलवार निकालने की बात कही और अभद्र भाषा का भी इस्तेमाल किया।
पिटाई के बाद मुर्गा बनाया पीटने के बाद फेरी वाले को मुर्गा बनाया। वीडियो में पिटाई करने वाला एक अन्य व्यक्ति से बात करते हुए सुनाई दे रहा है। इसमें दोनों कह रहे हैं कि नीचे से तुझे भगा दिया था तो तू यहां क्यों आया। इस पर फेरी वाले ने कहा कि आगे से ऐसी गलती नहीं होगी।
बताया जा रहा है कि पिटाई करने वाला युवक धामी क्षेत्र में एक दुकान चलाता है और व्यापार मंडल का पदाधिकारी है। इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि पुलिस जांच आगे बढ़ने के बाद होगी।
मस्जिद विवाद के बाद मामले ने पकड़ा तूल शिमला के संजौली में मस्जिद विवाद के बाद बाहरी राज्यों से आकर यहां कारोबार करने वाले लोगों के पंजीकरण की मांग तेज हुई है। इसी मांग को लेकर अलग-अलग शहरों में प्रदर्शन भी किए गए हैं, लेकिन मस्जिद विवाद के बाद हिमाचल में इस तरह फेरी वालों की पिटाई का यह पहला वीडियो है।
स्ट्रीट वेंडर की समस्या के समाधान को कमेटी गठित मस्जिद विवाद के बाद प्रदेश के सभी शहरों में प्रवासी कामगारों का पंजीकरण चल रहा है। यही नहीं प्रवासियों को रेहड़ी-फड्डी लगाने को स्थान भी चिह्नित करने का काम शुरू हो गया है। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने स्ट्रीट वेंडर के मसले के समाधान के लिए उद्योग मंत्री की अध्यक्षता में एक कमेटी भी गठित कर रखी है।
अब पढ़िए क्या है शिमला का संजौली मस्जिद विवाद…
- शिमला में स्थानीय युवक की पिटाई से शुरू हुआ विवाद: शिमला में 31 अगस्त की शाम को मल्याणा गांव में एक स्थानीय व्यक्ति की पिटाई की गई। आरोप लगे कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने उसे पीटा। मारपीट के बाद आरोपी शिमला की संजौली मस्जिद में छिप गए। स्थानीय लोगों ने अगले ही दिन यानी 1 सितंबर को संजौली में मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि 5 मंजिला मस्जिद के 3 फ्लोर अवैध हैं। टॉप फ्लोर पर आने वाले उनके घरों में तांका-झांकी करते हैं।
- लोगों ने कहा- मस्जिद अवैध, इसे तोड़ा जाए: स्थानीय लोगों का आरोप है कि संजौली में बनी मस्जिद अवैध है। इसे तोड़ा जाए। 5 सितंबर को संजौली और चौड़ा मैदान में प्रदर्शन हुआ। इसी दिन शाम को शिमला के कसुम्पटी में भी स्थानीय लोगों ने मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन किया। फिर बुधवार को शिमला में हिंदू संगठनों और स्थानीय लोगों ने संजौली-ढली में उग्र प्रदर्शन किया।
- पुलिस ने लाठीचार्ज किया, मुस्लिम पक्ष ने खुद तोड़ने की बात कही: संजौली-ढली में हुए प्रदर्शन के बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। इसके बाद मुस्लिम पक्ष ने कहा कि अगर कोर्ट आदेश देती है तो वे खुद तीन फ्लोर को तोड़ देंगे। तब तक मस्जिद के ये 3 फ्लोर सील कर दिए जाएं।
- 3 मंजिल गिराने के आदेश: 5 अक्टूबर को नगर निगम आयुक्त भूपेंद्र अत्री ने संजौली मस्जिद के ऊपर बनी 3 मंजिलों को अवैध बताया। उन्होंने इन तीनों मजिलों को गिराने के आदेश दिए। अब इस के लिए संजौली मस्जिद कमेटी ने वक्फ बोर्ड से अनुमति मांगी है। इस मामले में अब 21 दिसंबर को सुनवाई होगी।