पेरिस ओलिंपिक में 100 ग्राम वजन ज्यादा होने पर विनेश फोगाट अयोग्य करार दी गई थीं।
पेरिस ओलिंपिक में कुश्ती के फाइनल मुकाबले से पहले 100 ग्राम वजन ज्यादा होने पर डिसक्वालीफाई हुईं विनेश फोगाट आज भारत लौटेंगी। दिल्ली एयरपोर्ट पर काफी संख्या में लोग विनेश का स्वागत करने के लिए पहुंचेंगे।
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इसके अलावा दिल्ली एयरपोर्ट से उनके पैतृक गांव बलाली (चरखी दादरी जिला) तक करीब 125 किलोमीटर के रास्ते में जगह-जगह स्वागत होगा। गांव के खेल स्टेडियम में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
विनेश के भाई हरविंद्र फोगाट ने बताया कि विनेश के कार्यक्रम का पूरा रूट मैप तैयार कर लिया है। विनेश भले ही मेडल से वंचित रह गई, पूरे देश की आवाज और आशीर्वाद उसके साथ है।
बलाली गांव के पूर्व सरपंच राजेश सांगवान ने बताया कि विनेश को गोल्ड विजेता की तरह ही सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम में आने वाले सभी लोगों के लिए देसी घी के व्यंजन तैयार कराए जा रहे हैं। प्लेयर, कोच समेत अन्य लोगों को पहलवानों वाली डाइट दी जाएगी।
खेल स्टेडियम में वाटर प्रूफ टेंट के अंदर स्टेज लगेगा। हम यही संदेश देना चाहते हैं कि पूरा गांव बेटी के साथ हैं। इस सम्मान से उसे मजबूती मिले और एक बार फिर वह कुश्ती में गोल्ड मेडल के लिए प्रयास करे।
बलाली गांव के खेल स्टेडियम में कार्यक्रम के लिए टेंट लगाया जा रहा है।
सरकार भी सिल्वर मेडलिस्ट के बराबर मान-सम्मान देगी
पेरिस ओलिंपिक में भले ही विनेश फोगाट मेडल से वंचित रह गई हो, लेकिन प्रदेश सरकार ने उन्हें सिल्वर मेडलिस्ट के बराबर सुविधाएं व धनराशि देने का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पिछले दिनों X (सोशल मीडिया) पर लिखा था, ‘हमारी बहादुर बेटी विनेश फोगाट ने जबरदस्त प्रदर्शन कर पेरिस ओलिंपिक के फाइनल में प्रवेश किया था। किन्हीं कारणों से बेशक वह फाइनल न खेल पाई हो, लेकिन वह हमारे लिए चैंपियन है। हमारी सरकार ने फैसला किया है कि विनेश का स्वागत एक मेडलिस्ट की तरह किया जाएगा।
हरियाणा सरकार जो सिल्वर मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को सम्मान देती है, वह विनेश फोगाट को दिया जाएगा। हमें आप पर गर्व है विनेश।’
बलाली गांव के एंट्री गेट पर फोगाट बहनों के बारे में लिखा हुआ है।।
बलाली से इन पहलवानों ने दिलाई अंतरराष्ट्रीय पहचान
बलाली गांव चरखी दादरी जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर है। इस गांव की पहलवानों ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष पहचान दिलाई है। रेसलर विनेश फोगाट के अलावा गीता, बबीता, संगीता, रीतू फोगाट और नेहा सांगवान ने पहलवानी में अनेक मेडल अपने नाम किए हैं।
विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें…
1. ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं।
सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन 52.700 किग्रा तक बढ़ गया।
2. विनेश का वजन 2.7 किलो ज्यादा था
भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे।
ओलिंपिक कमेटी के फैसले के बाद विनेश फोगाट भावुक नजर आईं थी।
3. वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट मिले, 100 ग्राम ज्यादा था
बुधवार सुबह दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। इसके बाद नियमानुसार सिर्फ 15 मिनट मिले, लेकिन इतने कम समय में विनेश का वजन घटाकर 50KG तक नहीं लाया जा सका। लास्ट में जब वेट किया गया तो विनेश का वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक निकला। ओलिंपिक कमेटी के फैसले के बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल भर्ती करवाया।
4. डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील भी की
विनेश ने संन्यास के ऐलान से पहले बुधवार रात अपने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील दायर की है। उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स से मांग की कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। विनेश ने पहले फाइनल खेलने की मांग भी की थी। फिर उन्होंने अपील बदली और अब संयुक्त रूप से सिल्वर दिए जाने की मांग की।
5. विनेश ने लिया संन्यास, सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट
विनेश ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया (X) पर इसका ऐलान किया। विनेश ने 5 लाइनों की पोस्ट में लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।”
6. 14 अगस्त को अपील खारिज हुई
14 अगस्त को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स ने विनेश फोगाट की याचिका खारिज कर दी थी। विनेश फोगाट ने याचिका लगाकर सिल्वर मेडल की मांग की थी।