Haryana Weather Alert Ambala Panchkula Chandigarh Hisar Sirsa Gurugram Panipat Karnal Kurukshetra Weather Update | हरियाणा में पारे में गिरावट जारी: 24 घंटे में 0.3 डिग्री गिरा; तीन जिलों के दिन सबसे ठंडे, हिसार-सोनीपत की रातें सबसे सर्द – Haryana News

हरियाणा में सुबह-शाम हो रही ठंड से लोगों को आग का सहारा लेना पड़ रहा है।

हरियाणा में ठंड की शुरुआत हो चुकी है। रात और दिन के तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। 24 घंटे में पारे में सामान्य से 0.3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश के तीन जिले रोहतक, सिरसा और करनाल के दिन सबसे ठंडे रिकॉर्ड किए गए हैं। यहां का अधिकतम त

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वहीं हिसार और सोनीपत में रातें सबसे दर्ज की गई हैं। यहां का न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 3 दिन में दिन और रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की गिरावट देखने काे मिलेगी। नवंबर के अंत तक रात का पारा 10 डिग्री से नीचे आ सकता है।

हरियाणा सरकार द्वारा जारी नासा की तस्वीर। इसमें पंजाब और हरियाणा में जल रही पराली के स्पॉट को दिखाया गया है।

हरियाणा सरकार द्वारा जारी नासा की तस्वीर। इसमें पंजाब और हरियाणा में जल रही पराली के स्पॉट को दिखाया गया है।

AQI के स्तर में सुधार शुरू

प्रदेश में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के स्तर सुधार होने लगा है। 24 घंटे में कैथल का एक्यूआई 301 रिकॉर्ड किया गया। वहीं रोहतक का 230, सिरसा का 219, मुरथल का एक्यूआई 218 तक पहुंच गया है। यह काफी संतोषजनक स्थिति है। वहीं सूबे के गुरुग्राम की हवा में भी सुधार हुआ है। यहां एक्यूआई 298 से गिरकर 270 के करीब पहुंच गया है।

इसके अलावा नारनौल का 272, फरीदाबाद 261, भिवानी 257, हिसार का 220, फतेहाबाद का 253 एक्यूआई दर्ज किया गया।

गेहूं की बिजाई का सही समय

भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. राजेंद्र सिंह छौक्कर ने बताया कि अब मौसम गेहूं की बिजाई के अनुकूल है। वैसे सूबे में गेहूं की बिजाई का सही समय 25 अक्टूबर से 20 नवंबर के बीच होता है। 25 अक्टूबर से 5 नवंबर के बीच की बिजाई को अगेती बिजाई माना जाता है। वहीं, 25 नवंबर तक की बिजाई भी पछेती बिजाई में नहीं आती।

मानसून ने नहीं किया निराश

राज्य में मानसून का प्रदर्शन अब तक संतोषजनक रहा है। कुल मिलाकर अब तक 424.6 मिमी बारिश के मुकाबले 406.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जो सामान्य से महज 4% कम है। यानी बारिश का कोटा लगभग पूरा हो चुका है।दूसरी ओर, अगर जिले के हिसाब से बारिश की स्थिति देखें तो 10 जिले ऐसे हैं, जिनमें 10 से 38% कम बारिश दर्ज की गई है। 12 जिलों में सामान्य से 10 से 71% अधिक बारिश हुई है।

जिलों में ये रहा हाल मानसून का हाल

इस बार मानसून सीजन नूंह, गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ पर ज्यादा मेहरबान रहा। नूंह में सामान्य से 71 फीसदी, गुरुग्राम में 53 फीसदी और महेंद्रगढ़ में सामान्य से 43 फीसदी अधिक बारिश हुई है। सबसे अधिक बेरुखी करनाल, यमुनानगर और पंचकूला की रही।

करनाल में सामान्य से 38 फीसदी, यमुनानगर में 33 फीसदी और पंचकूला में सामान्य से 32 फीसदी कम बारिश हुई है। मानसून कभी भी विदा हो सकता है, इसलिए इन जिलों के लिए बारिश का कोटा पूरा करना संभव नहीं लगता।

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