Haryana Sirsa Handikheda Darbar Baba Sanjay Bhagat Controversy | सिरसा में विवादित हांडीखेड़ा बाबा की कहानी: कबाड़ी-हेयर ड्रेसर रहा, फिर झाड़-फूंक का काम चला; गांव में विरोध होने पर बाउंसर रखे – Sirsa News

सिरसा के हांडीखेड़ा दरबार में बाबा संजय भगत झाड़ा लगाने के नाम पर महिला के निजी अंगों को छूता दिखा। उस समय दरबार में काफी लोग मौजूद थे। इसका वीडियो सामने आने पर बाबा का विरोध हुआ।

हरियाणा के सिरसा जिले के गांव हांडीखेड़ा में दरबार लगाकर झाड़-फूंक करने वाले बाबा संजय भगत की ग्रामीणों ने पुलिस में शिकायत दी है। इसमें आरोप है कि अंधविश्वास फैलाया जा रहा है। झाड़ा लगाने के नाम पर सरसों का तेल और हजारों रुपए लिए जा रहे हैं।

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कुछ दिन पहले राजस्थान के मेहंदीपुर के एक व्यक्ति ने भी बाबा के खिलाफ शिकायत दी, जिसमें कहा कि बाबा ने उपाय बताने के लिए पैसे लिए, लेकिन समस्या का हल नहीं हुआ। पुलिस बाबा को थाने ले गई। हालांकि, बाद में छोड़ दिया।

सदर थाना प्रभारी सुखबीर सिंह ने बताया कि मेहंदीपुर के युवक ने पहले शिकायत दी थी। बाबा को थाने लाया गया। बाद में शायद बाबा से पैसे वापस मिल गए या समझौता हो गया तो शिकायत वापस ले ली। ग्रामीणों ने एक बार पहले शिकायत दी थी, फिर वापस ले ली थी। अब ग्रामीणों की दूसरी शिकायत आई हुई है, इसकी जांच करवाएंगे।

जानिए, कैसे 2 साल से बाबा के पास भीड़ बढ़ी और विवाद भी…

  • पहले खेती करता था, फिर तीन धंधे बदले: बाबा के बारे में जानने के लिए दैनिक भास्कर एप की टीम गांव हांडीखेड़ा पहुंची। हांडी खेड़ा दरबार की तरफ जाने से पहले ही 15-20 ग्रामीणों की टोली मिल गई। बाबा का जिक्र छेड़ते ही किस्से-कहानियों के ढेर लग गए। ग्रामीण बताते हैं कि 30 साल का संजय 3 भाइयों में मंझला है। करीब 10 साल पहले खेतीबाड़ी करता था। खेती छोड़ हेयर ड्रेसर का काम सीखा। फिर कुछ दिन बाद कबाड़ी का काम करने लगा। उसके बाद किराना की दुकान शुरू की। अचानक दुकान बंद कर कहीं चला गया। 9 साल पहले संजय की शादी हुई। उसकी खुद की कोई औलाद नहीं है। कुछ महीने पहले भाई की ही बेटी को गोद लिया। पिछले सप्ताह बेटी का जन्मदिन था और जलवा पूजन कार्यक्रम भी था।
  • दो साल पहले झाड़-फूंक शुरू की: ग्रामीण जय सिंह और भालाराम बताते हैं कि 2 साल पहले संजय जब गांव लौटा तो कहा कि उसने अपने गुरु का नाम लिया है। उसके बाद अपने घर में ही बाबा बनकर झाड़-फूंक का काम शुरू किया। सोशल मीडिया से जुड़े लोगों को साथ लगाया। ये लोग बाबा के चमत्कार का गुणगान करने की वीडियो बनाकर वायरल करने लगे। यह वीडियो देख लोगों की भीड़ बढ़ती चली।
  • मोर पंख से झाड़ा शुरू किया, नशा छुड़ाने का दावा: संजय दावा करने लगा कि उसके झाड़े से सब दोष दूर होंगे। पहले मोर पंख से झाड़ा लगाता था। बाद में उस मोर पंख पर लाल रंग का कपड़ा लपेटकर झाड़ा लगाने लगा। गांव में नशेड़ी लोग झाड़ा लगवाने आने लगे। संजय पहले घर पर ही सप्ताह में 2 दिन झाड़-फूंक का काम करता था।
  • दरबार लगाना शुरू किया, बाहर से लोग पहुंचने लगे: ग्रामीण जय सिंह और भालाराम बताते हैं कि संजय के घर के बाहर भीड़ जुटने लगी तो गांव वाले परेशान होने लगे। कभी-कभी तो 100-200 लोग पहुंच जाते थे। ग्रामीणों ने भीड़ बढ़ती देख विरोध करना शुरू कर दिया। इसके बाद संजय ने गांव के बाहर 80 हजार रुपए वार्षिक ठेके पर करीब आधा एकड़ जमीन लेकर अस्थायी शेड व शामियाने में डेरा जमा लिया। इसे हांडीखेड़ा दरबार कहा जा रहा है। वैसे गांव में प्रति एकड़ 60 से 70 हजार रुपए ठेका है। सिरसा के अलावा हरियाणा के दूसरे जिलों, राजस्थान, दिल्ली और चंडीगढ़ से लोग आते हैं।
गांव का बाहर जमीन ठेके पर लेकर बाबा संजय भगत ने दरबार लगाना शुरू किया।

गांव का बाहर जमीन ठेके पर लेकर बाबा संजय भगत ने दरबार लगाना शुरू किया।

  • बालाजी व शनि देव की फोटो लगाई, 3 दिन दरबार: दरबार में एक तरफ मेहंदीपुर बालाजी की मूर्ति और दूसरी तरफ शनि देव की फोटो लगवाई है। शनि महाराज की फोटो पर सरसों के तेल का चढ़ावा चढ़ता है और बालाजी के नाम पर प्रसाद का चढ़ावा। संजय अब दरबार में सप्ताह में 3 दिन मंगलवार, शनिवार व रविवार को बैठता है।
  • नशा छुड़ाने, बीमारी भगाने, शादी कराने के दावे: अजय गोस्वामी और बीर सिंह समेत कई ग्रामीणों का आरोप है कि बाबा संजय लोगों से बीमारी ठीक करने, नशा छुड़वाने, शादी करवाने, घर-कामकाज में दोष दूर करने के नाम पर झाड़ फूंक करता है। एक तरह से लोगों में अंधविश्वास फैलाकर उन्हें ठगी का शिकार बना रहा है।
  • सवा लीटर सरसों का तेल, 11 से 31 हजार रुपए चढ़ावा: ग्रामीणों की पुलिस को सौंपी शिकायत के मुताबिक, कई लोगों से झाड़ा लगाकर सरसों का तेल और हजारों रुपए ठग चुका है। अब कुछ लोग सामने आए हैं, जिनसे पैसे लिए थे। ग्रामीण बोले कि पहले सवा लीटर तेल का चढ़ावा लेता था। मगर अब लोगों के घरों में भी पूजा के लिए जाता है। उनसे 11, 21 और 31 हजार रुपए तक भी वसूलता है।
  • अब तेल व अनाज का चढ़ावा, ऑनलाइन झाड़ा भी: ग्रामीण महेंद्र सिंह व अन्य लोगों ने बताया कि शुरू में सूखा नारियल, केवड़ा जल, गुलाब जल, इसके बाद सरसों का तेल और अनाज। बाद में सवा लीटर तेल व सवा किलो अनाज फिक्स कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि यह चढ़ावे का तेल व अनाज इकट्‌ठा कर बाद में बेच दिया जाता है।
  • 10-15 दिन से सिविल अस्पताल के सामने लंगर किया शुरू: बाबा संजय ने 6 माह से लंगर शुरू किया है। करीब 10-15 दिन से सिरसा के सिविल अस्पताल के सामने लंगर लगाना शुरू किया है। दिखावे के तौर पर गांव या बाहर की कन्याओं की शादी में 11 व 15 हजार रुपए शगुन के तौर पर दिए हैं।
  • सोशल मीडिया पर बनाया हांडीखेड़ा दरबार चैनल: बाबा संजय ने हांडीखेड़ा दरबार के नाम से यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर चैनल बनाया है, जहां दरबार में आए लोगों को झाड़-फूंक करते हुए और लोगों की मन्नत पूरी होने पर मिठाई व भेंट चढ़ाते हुए वीडियो साझा हैं। इसके अलावा खुद व दरबार का प्रचार करने के लिए सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसरों से वीडियो भी बनवाए गए।
  • अब बाबा ने बाउंसर और 4 सेवादार रखे: बाबा संजय के पास ब्रेजा गाड़ी है। कुछ समय से बाबा के साथ 2 बाउंसर भी तैनात रहते हैं, जिनमें एक लेडी बाउंसर है। हालांकि, इन्हें कितनी सैलरी दी जा रही है, यह सार्वजनिक नहीं। खेतों में बनाए दरबार में साफ-सफाई करने व भंडारे लगाने के लिए चार सेवादार भी रखे हुए हैं।
सिरसा सिविल अस्पताल के सामने लंगर बांटता बाबा संजय भगत।

सिरसा सिविल अस्पताल के सामने लंगर बांटता बाबा संजय भगत।

अब जानिए, कैसे विवादों में घिरा बाबा…

  • दरबार में आए व्यक्ति की मौत के बाद विवाद शुरू: ग्रामीणों का कहना है- संजय भगत शुरू से विवादों में रहा है। इसी साल मई में दरबार में झाड़-फूंक करवाने आए एक व्यक्ति की गर्मी के चलते तबीयत बिगड़ गई, जिससे उसकी मौत हो गई। परिवार ने बाबा पर आरोप लगाए कि वह नशा छुड़वाने के लिए झाड़ा लगवाने आए थे। गर्मी में यहां मौत हो गई। यह परिवार फतेहाबाद का रहने वाला था। यह मामला पुलिस तक पहुंचा, लेकिन समझौता हो गया।
  • एक महिला को झाड़ा लगाते का वीडियो वायरल हुआ: ग्रामीणों के मुताबिक, कुछ दिन पहले बाबा का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह कथित रूप से एक महिला को झाड़ा लगा रहा है। इस दौरान बाबा महिला के निजी अंगों को लगातार छूता-दबाता नजर आ रहा है। इस वीडियो पर ग्रामीणों ने आपत्ति दर्ज कराई, लेकिन इस बारे में महिला की ओर से कोई शिकायत नहीं हुई।
बाबा के दरबार का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह झाड़ा लगाने के नाम पर महिला के निजी अंग छूता दिखा।

बाबा के दरबार का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह झाड़ा लगाने के नाम पर महिला के निजी अंग छूता दिखा।

राजस्थान के व्यक्ति की शिकायत के बाद नजर में आया…

  • शनिवार को हुआ था हाई वोल्टेज ड्रामा: बीते शनिवार को हांडीखेड़ा दरबार में विवाद हुआ। राजस्थान के मेहंदीपुर से मदनलाल ने बताया कि एक यूट्यूब चैनल पर दरबार के बारे में देखकर बीमार पत्नी को लेकर आए थे। बाबा ने कहा कि उसे पत्नी की बीमारी ठीक करने के लिए सात फेरी लगानी होंगी। सवा-सवा किलो तेल 7 बार चढ़वा लिया। फिर 11 किलो तेल एक बार में चढ़वा लिया। 30 से 40 हजार रुपए खर्च हो गए। 10 हजार रुपए बाबा के खाते में डाले। मदनलाल ने इसका स्क्रीनशॉट भी दिखाया। जब वह शनिवार को 8वीं बार आए तो बाबा बोला कि 3 बार और फेरी लगाओ। तब आराम होगा।
  • पैसे वापस मांगने पर बाउंसर ने कॉलर पकड़ा: मदनलाल ने पुलिस शिकायत में बताया था कि दरबार से कोई फायदा होता नहीं दिखा तो बाबा से पैसे वापस मांगे। इस पर बाबा ने इनकार कर दिया। आरोप है कि बाउंसरों ने मदनलाल का कॉलर पकड़कर धमकी दी। इस पर ग्रामीण एकजुट हो गए और डायल-112 बुला ली। पुलिस बाबा संजय को सदर थाने में ले गई। पहले मदनलाल ने शिकायत दी, लेकिन बाबा संजय ने उसके पैसे दे दिए तो शिकायत वापस ले ली। पुलिस ने बाबा को छोड़ दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को शिकायत दी।
दरबार के बाहर लोगों को सामूहिक रूप से झाड़ा लगाता बाबा संजय भगत।

दरबार के बाहर लोगों को सामूहिक रूप से झाड़ा लगाता बाबा संजय भगत।

बाबा का दावा- 7 साल की उम्र से भक्ति कर रहा, काम सभी किए हांडीखेड़ा दरबार के बाबा संजय भगत का पक्ष जानने संपर्क किया तो बाबा ने कहा वह अभी बाहर है। हालांकि, फोन पर बात करने को तैयार हो गया। बाबा ने उल्टा ग्रामीणों पर षडयंत्र रचने का आरोप लगाया।

कहा- ऐसे लोग न तो खुद भगवान का नाम लेते हैं और न किसी और को लेने देते हैं। ग्रामीण साबित करें कि मैं माहौल बिगाड़ रहा हूं। अगर मेरी वजह से किसी का नुकसान हुआ हो तो भरपाई को भी तैयार हूं। बालाजी की कृपा है, और कुछ नहीं।

बाबा ने आगे कहा- काफी लोगों को आराम मिला है। एक व्यक्ति की शुगर की बीमारी ठीक हो गई और कई लोगों काे नशा छुड़वाया है। काम तो सभी किए हैं। खेतीबाड़ी से लेकर हेयर ड्रेसर व कबाड़ का काम। साथ में घर भी चला रहा हूं। घर चलाने के लिए काम करने पड़ते हैं। दरबार की जमीन भी सेवादार ने दी। किसी को पैसे नहीं दिए।

ग्रामीणों का एक धड़ा बाबा के समर्थन में भी गांव हांडीखेड़ा में संजय भगत को लेकर ग्रामीण 2 धड़ों में बंटे दिखते हैं। विरोध करने वाले ग्रामीण कहते हैं- गांव वाले ज्यादातर इस बात से परेशान हैं कि झाड़-फूंक करवाने वाले लोग गाड़ियां लेकर आते हैं, जो किसी के घर के सामने या गली में इधर-उधर खड़ी कर देते हैं। दिनभर उनका नंबर नहीं आता। तब तक ये गाड़ियां वहां से नहीं हिलाते। इस कारण सभी को परेशानी है।

वहीं, बाबा के समर्थन में भी कई लोग दिखते हैं। ये लोग बाबा को गांव में ही शरण देना चाह रहे। गांव में लोगों की पंचायत भी हुई थी, उसमें संजय भगत के आगे से ऐसा न करने के आग्रह पर मान गए थे। ऐसे में गांव से 2 किलोमीटर दूर दरबार लगाने पर सहमति बनी थी।

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