रोहतक में प्राइवेट स्कूल के हेडमास्टर की कार्यकारी सहायक से 25 लाख 81 हजार रुपए ठगने का मामला सामने आया है। जिसे टास्क पूरा करने के नाम पर अच्छी कमाई का झांसा दिया गया था। वहीं आरोपियों के चंगुल में फंसकर पीड़िता अपने पैसे गंवा बैठी। धोखाधड़ी का उस सम
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रोहतक के सेक्टर 36ए निवासी कविता ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दी। जिसमें बताया कि वे प्राइवेट स्कूल में हेडमास्टर की कार्यकारी सहायक के रूप में काम करती हैं। 5 सितंबर को उनके ऑफिस के वाट्सअप नंबर को एक ग्रुप में जोड़ा गया। जिसके बाद टास्क पूरा करने के लिए एक लिंक को लाइक व सब्सक्राइब करने के लिए दिए। वहीं प्रत्येक को लाइक व सब्सक्राइब करने पर 150 रुपए मिलते थे। ग्रुप में टास्क में रिव्यू देने के नाम पर पैसे कमाने का मैसेज मिला।
टास्क पुरा करने के नाम पर डलवाए पैसे उसने बताया कि वह बाद में ग्रुप एडमिशन से चेट की। उसने टेलीग्राम ग्रुप में जुड़ने के लिए कहा। जहां बताया कि टास्क दि जाएंगे और पूरा करने पर पैसे मिलेंगे। इसके बाद टास्क भेजने आरंभ कर दि। जिन्हें गूगल पर रिव्यू करने के कुछ पैसे दिए जाते। इनमें से पांचवां टास्क इक्नॉमी टास्क था। जिसमें एक अकाउंट पर पैसे जमा करवाने पर कमिशन मिलता था। इसके बाद क्रिप्टो ग्लोबल पर अकाउंट बनवाया। जहां क्रिप्टो करेंसी में पैसे लगाने पर कमिशन के टास्क आते थे। उन्होंने पहली बार 2 हजार रुपए डाले और 2800 रुपए वापस मिले।
25 लाख 81 हजार 250 रुपए ठगे आरोपियों ने अलग-अलग टास्क के नाम पर अलग-अलग बहानों से झांसे में लिया ओर पैसे डलवाते रहे। जिन्होंने 7 सितंबर से 12 सितंबर तक कुल 15 ट्रांजेक्शन में कुल 25 लाख 81 हजार 250 रुपए अलग-अलग खातों में डलवाई। वह आरोपियों के झांसे में आकर रुपए डालती रही। इस रकम पर कमिशन मिलाकर 38 लाख 18 हजार 300 रुपए दिखाई दिया। जब रकम निकालने की कोशिश की तो निकली नहीं। जब रकम निकालने के लिए कहा तो सामने से 11 लाख 81 हजार 700 रुपए और जमा करवाने के लिए कहा। जब धोखाधड़ी का शक हुआ तो इसकी शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।