Haryana Karnal Mason murder case Disclosure update News,minor only son committed the crime, Pali was angry for not giving money and for interrupting him to study, | हरियाणा में नाबालिग बेटे ने पिता को क्यों मारा: बुलेट बाइक नहीं दिलाई, पढ़ाई लिए कहते थे; हथौड़े से सिर-मुंह कुचला, बचने को नाटक किया – Karnal News

पिता की हत्या के अगले दिन पुलिस को गुमराह करने के लिए मीडिया को अपने झूठे बयान देता आरोपी नाबालिग बेटा।

हरियाणा के करनाल में पिता ने बुलेट बाइक नहीं दिलाई और पढ़ाई के लिए कहा तो नाबालिग बेटे ने सिर-मुंह पर हथौड़े मार–मार कर उसकी हत्या कर दी। जिस वक्त हत्या हुई, पिता गहरी नींद में सो रहा था। कत्ल के बाद वह घर आकर सो गया। अगली सुबह सबसे पहले पिता की लाश के

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मृतक राजमिस्त्री सोनू की फाइल फोटो।

मृतक राजमिस्त्री सोनू की फाइल फोटो।

नाबालिग बेटे के हाथों पिता की हत्या की पूरी कहानी पढ़ें..

सबसे पहले जानिए, घटना के दिन क्या हुआ था गांव ऊंचा समाना का रहने वाला सोनू 7 मई की रात रोज की तरह पशुओं के बाड़े में चारपाई पर सोने चला गया। 8 मई की सुबह करीब 6:30 बजे उसका बेटा जब भैंसों का दूध निकालने आया तो देखा कि पशुओं को चारा नहीं डाला गया था। जब वह पिता के पास पहुंचा, तो देखा कि वह चारपाई पर खून से लथपथ हालत में मृत पड़े हैं। सिर और चेहरे पर गहरी चोटें थीं और जबड़ा बाहर आ चुका था। बेटे की चीख सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए थे। मृतक के बेटे और पत्नी ने बताया कि 6 महीने पहले गांव चौरा के कुछ युवकों ने सोनू के साथ मारपीट की थी। इसके बाद दो महीने पहले रास्ते में रोककर उस पर जानलेवा हमला भी किया गया था। उनका कहना था कि पिछले तीन-चार दिन से वही युवक घर के आसपास घूमते नजर आ रहे थे। 7 मई को भी इन्हें इलाके में देखा गया था। इस बारे में युवकों के घरवालों को बताया गया था, लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी।

पुलिस नाबालिग बेटे तक कैसे पहुंची पुलिस ने परिवार के लगाए आरोपों के आधार पर जांच शुरू कर दी। जिन लोगों पर परिजनों ने शक जताया था, उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की। मगर, उससे कोई ऐसा सुराग नहीं मिला कि कत्ल उन्होंने ही किया है। हिरासत में लिए गए लोगों ने भी कत्ल करने की बात नहीं कबूली। इसके बाद पुलिस ने घर के आसपास और इलाके में लगे CCTV कैमरे खंगालने शुरू कर दिए। पुलिस को उनमें मरने वाले के बेटे के अलावा कोई नहीं दिखा। वह युवक भी नहीं दिखे, जिन पर परिवार शक जता रहा था। आखिरकार पुलिस को उस पर ही शक हुआ। पुलिस ने 10 मई को उसे हिरासत में ले लिया। इसके बाद उससे पूछताछ शुरू की तो पहले वह मुकरता रहा। मगर, पुलिस की सख्ती के आगे वह टूट गया और कबूल कर लिया कि उसने ही अपने पिता को मारा है।

सोनू की मौत के बाद घर के बाहर खड़े परिजन।

सोनू की मौत के बाद घर के बाहर खड़े परिजन।

नाबालिग बेटे ने पिता की हत्या कैसे की? सोनू के बेटे ने पुलिस को बताया- 7 मई की रात को मैं पशुओं के बाड़े में पहुंचा। वहां पर पिता सो रहे थे। मैंने हथौड़ा उठाया और गहरी नींद में लेटे पिता के सिर पर वार कर दिया। पिता को दर्द हुआ तो वह देखने पलटे कि मुझ पर क्या गिरा। जैसे ही वह पलटे तो बेटे ने उनके मुंह पर हथौड़ा मार दिया। इसके बाद वह बेतहाशा पिता के सिर पर तब तक हथौड़ा मारता रहा, जब तक पिता की मौत नहीं हुई। जब उसे यकीन हो गया कि पिता की सांसें चलनी बंद हो चुकी हैं तो कत्ल के बाद वह अंधेरे में ही अपने घर पहुंचा। वह घर आकर ऐसे सो गया, मानो कुछ हुआ ही न हो। अगली सुबह वह पशुओं के बाड़े में पहुंचा और खुद को बचाने के लिए पूरा नाटक रचा। किसी को शक न हो इसलिए उसने अगले दिन यानी 8 मई को बाड़े में घुसने के बाद अपने पिता को देखा और शोर मचाना शुरू कर दिया। जिसके बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। पुलिस और FSL की टीम मौके पर पहुंच गई। पुलिस को गुमराह करने के लिए हत्यारे ने चौरा गांव के कुछ युवकों पर शक जता दिया, ताकि पुलिस का ध्यान डायवर्ट हो जाए।

जब आरोपी ने अपने पिता पर वार किया तो वह इसी खाट पर लेटे हुए थे।

जब आरोपी ने अपने पिता पर वार किया तो वह इसी खाट पर लेटे हुए थे।

नाबालिग बेटे ने हत्या की क्या वजह बताई बेटे ने बताया- मैंने 2 साल पहले पिता से बुलेट बाइक मांगी थी। तब मैं नौंवी में पढ़ता था। पिता ने कहा कि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं। इसलिए बुलेट नहीं दिला सकता। 9वीं का रिजल्ट आया तो मैं फेल हो गया। इस पर पिता ने मुझे बुरी तरह से डांटा। मुझे बुलेट बाइक को लेकर भी कहा कि पढ़ाई नहीं करता है और बुलेट बाइक चाहिए। इस वजह से मैं पिता से नफरत करने लगा। परिवार का कहना है कि बेटा गलत संगत में भी पड़ गया था। वह नशे करने लगा। इसको लेकर भी पिता से डांट पड़ती थी। 6 महीने पहले बेटा किसी से 3 लाख रुपए ले आया। उसने पिता को कहा कि इसका प्लाट खरीद लो। पिता ने प्लाट खरीद लिया। मगर, जिस दोस्त से बेटा रुपए लाया था, उसने वापस मांगने शुरू कर दिए। बेटे ने पिता से रुपए मांगे तो पिता ने कहा कि उससे तो प्लाट खरीद लिया। बार–बार पिता से यह जवाब सुनकर बेटे को गुस्सा आ गया। इसी वजह से जब उसे पशु बाड़े में मौका मिला तो उसने पिता की हत्या कर दी।

पिता की मौत के बाद विलाप करती बेटी।

पिता की मौत के बाद विलाप करती बेटी।

तीन बच्चों का पिता था सोनू, बेटी की कुछ समय पहले शादी की सोनू राज मिस्त्री का काम करता था। उसके 3 बच्चे थे। जिनमें 2 बेटी और एक बेटा है। कुछ महीने पहले ही बेटी की शादी की थी। मरने वाला सोनू ही परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। अब उसकी हत्या के बाद परिवार के सामने पालन-पोषण का भी संकट खड़ा हो गया है।

पुलिस ने कत्ल के पीछे 3 वजहें बताईं वहीं पुलिस के जांच अधिकारी गौरव पुनिया ने कहा कि पुलिस ने जब नाबालिग बेटे से पूछताछ की तो उसने कहा कि पिता उसे बात बात पर टोकता था। पैसे नहीं देता था। हर वक्त पढ़ने के लिए कहता रहता था, जो उसे बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने अपने पिता की हत्या कर दी।

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