शिव की उपासना का उत्तम दिन सावन मास की अमावस्या है। आज रविवार को सावन कृष्ण अमावस्या तीन शुभ योग के महा संयोग में मनाई जाएगी। आज पुष्य नक्षत्र के साथ सिद्धि योग, जयद् योग, सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बन रहा है। इस दिन पीपल को दूध, जल, तिल, चंदन, फूल
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शिव के साथ पार्वती की होगी विशेष पूजा
ज्योतिषी राकेश झा ने कहा कि सावन कृष्ण अमावस्या के दिन पति-पत्नी एक साथ भगवान शंकर के साथ माता पार्वती का यथोचित पूजन कर उनको श्रृंगार प्रसाधन अर्पित करने से वैवाहिक जीवन खुशहाल रहेगा। शिवलिंग को गंगाजल, पंचामृत, गन्ना रस, दूध, दही, घी, मधु व गुड़ से स्नान कराकर उनका चंदन, फूलमाला, बेलपत्र, अकवन, इत्र आदि से उनका श्रृंगार कर ऊँ उमामहेश्वराय नम: मंत्र का जाप करने से सर्वकामना पूर्ण होते हैं।

सावन कृष्ण अमावस्या तीन शुभ योग के महा संयोग में मनाई जाएगी
सुयोग्य दांपत्य जीवन के लिए कुंवारे करेंगे व्रत
हरियाली अमावस्या पर मां पार्वती की पूजा करने से कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है। वहीं, सुयोग्य एवं सुलक्षणा पत्नी पाने के लिए कुंवारे भोलेनाथ को जलार्पण कर व्रत रखेंगे। शिव को पाने के लिए माता पार्वती ने भी सावन में व्रत कर उनको अपना बनाया था। सुहागिन महिलाएं इस दिन अपने सुहाग की रक्षा तथा दीर्घायु के लिए व्रत रखकर पूजा व प्रार्थना करेंगी।
हरियाली अमावस्या पूजा शुभ मुहूर्त
चर-लाभ-अमृत मुहूर्त: प्रातः 06:58 बजे से दोपहर 11:55 बजे तक
अमावस्या तिथि: शाम 03:58 बजे तक
सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग: सुबह 08:49 बजे तक
अभिजित मुहूर्त: दोपहर 11:29 बजे से 12:22 बजे तक
पुष्य नक्षत्र: दोपहर 01:59 बजे तक