आजकल बाहर के खाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। चाहे बाहर जाकर खाना हो या फिर मोबाइल पर क्लिक करते ही घर पर मंगाना, लोग हेल्दी होममेड फूड की जगह तैलीय और मसालेदार बाहर के खाने को ज्यादा तरजीह देने लगे हैं। यही आदत अब सेहत पर भारी पड़ रही है। लगातार जंक
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शहर के डॉक्टरों के पास ऐसे केस बढ़ते जा रहे हैं, जहां मरीजों की केस हिस्ट्री में सामने आ रहा है कि उनकी बीमारी का बड़ा कारण लंबे समय तक बाहर का खाना ही है। कई मामलों में किडनी इंफेक्शन और गैस्ट्रिक ट्रबल्स जैसी गंभीर दिक्कतें भी देखी जा रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि स्वाद के लालच में लोग अपनी सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं।
मेडिसिन स्पेशलिस्ट डॉ. अमित बेरी के अनुसार बाहर के खाने पर पूरी तरह निर्भर हो जाना खतरनाक साबित हो रहा है। यही वजह है कि मोटापा, पाचन संबंधी दिक्कतें और किडनी इंफेक्शन जैसी समस्याएं लगातार बढ़ रही हैं। पहले जहां ऐसे केस कभी कभार आते थे, वहीं अब रोजाना 3 से 4 केस ऐसे पहुंच रहे हैं, जिनकी जड़ बाहर का लगातार खाना ही है। बाहर का खाना आदत न बनाएं। अगर कभी-कभार खाना भी हो तो साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और भरोसेमंद जगह से ही खाएं।
गैस्ट्रोलॉजिस्ट डॉ. हरपाल सिंह धालीवाल ने बताया कि आजकल बाहर का खाना लोगों की आदत बन गया है। इसका खामियाजा अब सेहत भुगत रही है। लगातार जंक और तेलीय भोजन लंबे समय में गंभीर बीमारियों को जन्म दे रहा है। बारिश के मौसम में तो हेपेटाइटिस-ए और ई जैसी समस्याएं तेजी से सामने आ रही हैं। बाहर के खाने में साफ सफाई का अभाव और घटिया क्वालिटी का तेल इंफेक्शन को बढ़ावा दे रहा है। मोटापा, पाचन संबंधी दिक्कतें और मेटाबोलिक डिसऑर्डर अब आम हो गए हैं।
केस 1: बाहर का खाना खाने से बिगड़ी सेहत: 28 साल की एक वर्किंग लड़की, जो पीजी में रहती थी, रोजाना बाहर का खाना खाती थी। लगातार तेलीय और मसालेदार भोजन से उसकी पाचन क्षमता कमजोर हो गई। हालत इतनी बिगड़ी कि उसे वॉमिटिंग और लूजमोशन की शिकायत ने जकड़ लिया। डॉक्टरों का कहना है कि लंबे समय तक बाहर का खाना खाने से उसका डाइजेशन सिस्टम प्रभावित हो चुका था।
केस 2: जंक फूड से हुआ किडनी इंफेक्शन: 32 साल का युवक दो साल से घर का खाना छोड़कर रोजाना जंक फूड खा रहा था। उसे इंफेक्शन हुआ जो बढ़कर किडनी इंफेक्शन में बदल गया। डॉक्टर मानते हैं कि बाहर का खाना लगातार खाने से खतरनाक मामले सामने आ रहे हैं।