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नई दिल्ली52 मिनट पहले
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गूगल ने विशाखापट्टनम में एक बड़ा डेटा सेंटर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बेस शुरू करने का ऐलान किया है।
गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने मंगलवार (14 अक्टूबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की। इस बातचीत के दौरान पिचाई ने PM मोदी को बताया कि उनकी कंपनी अगले पांच साल में भारत में 15 बिलियन डॉलर यानी लगभग 1.33 लाख करोड़ रुपए निवेश करेगी।
इस बात की जानकारी पिचाई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट शेयर कर दी। पिचाई ने PM मोदी से बातचीत में आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में गूगल के पहले AI हब का प्लान भी शेयर किया। गूगल ने विशाखापट्टनम में एक बड़ा डेटा सेंटर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बेस शुरू करने का ऐलान किया है, जो अमेरिका के बाहर उसका सबसे बड़ा AI हब होगा।
AI इनोवेशन को बढ़ावा देंगे और देशभर में विकास को गति देंगे
पिचाई ने इसे ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि यह हब गीगावाट-स्केल की कंप्यूटिंग कैपेसिटी, एक नए इंटरनेशनल सबमरीन केबल गेटवे और लार्ज स्केल एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर को जोड़ेगा। उन्होंने कहा, ‘इसके जरिए हम भारत में एंटरप्राइजेज और यूजर्स के लिए अपनी एडवांस टेक्नोलॉजी लाएंगे, AI इनोवेशन को बढ़ावा देंगे और देशभर में विकास को गति देंगे।’

गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने X पर पोस्ट शेयर कर PM मोदी से बातचीत के बारे में बताया।
AI डेटा सेंटर कैंपस के लिए अडाणी ग्रुप से पार्टनरशिप की
गूगल ने इस AI डेटा सेंटर कैंपस के लिए अडाणी ग्रुप के साथ पार्टनरशिप की है। यह गूगल का भारत में अब तक का सबसे बड़ा निवेश है। कंपनी का कहना है कि यह पहल भारत सरकार के ‘विकसित भारत 2047’ विजन को सपोर्ट करेगी, जो AI-पावर्ड सर्विसेज को बढ़ाने का टारगेट रखता है।

गौतम अडाणी ने X पर पोस्ट शेयर AI डेटा सेंटर कैंपस बनाने के लिए गूगल के साथ अडाणी ग्रुप की पार्टनरशिप के बारे में जानकारी दी है।
दिल्ली में इस समझौते पर हस्ताक्षर के लिए आयोजित एक प्रोग्राम में गूगल क्लाउड के CEO थॉमस कुरियन ने कहा, ‘विशाखापट्टनम का AI हब भारत के डिजिटल भविष्य में एक माइलस्टोन है। यह बड़े पैमाने पर AI इंफ्रास्ट्रक्चर अवेलेबल कराएगा, जिससे कारोबार तेजी से इनोवेट कर सकेंगे और ओवरऑल डेवलपमेंट के लिए नए अवसर बनेंगे।’
गूगल के साथ समझौते पर हस्ताक्षर के लिए दिल्ली में आयोजित प्रोग्राम में गूगल क्लाउड के CEO थॉमस कुरियन, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, रेल और IT मंत्री अश्विनी वैष्णव, आंध्र प्रदेश के CM एन. चंद्रबाबू नायडू और राज्य के IT मंत्री नारा लोकेश मौजूद थे।
डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर ‘भारत AI’ विजन को पूरा करने में मदद करेगा
अश्विनी वैष्णव ने गूगल के इस निवेश के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा, ‘यह डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर हमारे ‘भारत AI’ विजन को पूरा करने में मदद करेगा। AI सर्विसेज हमारी डिजिटल इकोनॉमी में एक नई कैटेगरी के रूप में उभर रही हैं। हम इस नई सुविधा का उपयोग हमारे युवाओं को AI सर्विसेज के लिए तैयार करने में करेंगे।’
हमें गर्व है कि गूगल का पहला AI हब आंध्र प्रदेश में बन रहा
मुख्यमंत्री नायडू ने इसे भारत के डिजिटल परिवर्तन की यात्रा में नया अध्याय बताया। उन्होंने कहा, ‘हमें गर्व है कि भारत का पहला गीगावाट-स्केल डेटा सेंटर और गूगल का पहला AI हब आंध्र प्रदेश में बन रहा है। यह इनोवेशन, AI अपनाने और राज्य में बिजनेस और स्टार्टअप्स के लिए लंबे समय तक सपोर्ट के प्रति हमारे कमिटमेंट को दर्शाता है।’
AI हब भारत की डिजिटल इकोनॉमी को मजबूत करेगा
यह घोषणा ऐसे समय में हुई है, जब टेक दिग्गजों के बीच AI सर्विसेज की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए डेटा सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने की होड़ मची है। माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन पहले ही भारत में डेटा सेंटरों के लिए अरबों डॉलर का निवेश कर चुके हैं।
भारत में इस साल के आखिरी तक 90 करोड़ से ज्यादा इंटरनेट यूजर्स होने का अनुमान है, जिससे यह निवेश और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। यह AI हब न केवल भारत की डिजिटल इकोनॉमी को मजबूत करेगा, बल्कि लाखों नौकरियां पैदा करने और टेक इनोवेशन को बढ़ावा देने में भी मदद करेगा।
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