डोंगरगढ़ की रहने वाली हेमलता वर्मा (25 साल) पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के हॉस्टल में रहती थी जो 20 दिन से लापता है।
रायपुर के रविशंकर यूनिवर्सिटी हॉस्टल से एक लड़की लापता हो गई है। लड़की का 20 दिनों बाद भी कोई सुराग नहीं मिला है। परिजन लगातार अनहोनी की चिंता जता रहे हैं। शुक्रवार को इसके खिलाफ थाने के बाहर धरना दिया गया। डोंगरगढ़ विधायक भी उनके साथ शामिल हुईं।।
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बताया जा रहा है कि पुलिस इस मामले में छानबीन करते हुए उत्तरप्रदेश तक पहुंची। रायबरेली में एक संदिग्ध के घर समेत बॉथरूम तक की भी तलाशी ली, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा। विधायक हर्षिता बघेल का आरोप है कि पुलिस इस मामले में ढिलाई बरत रही है।

पीड़ित परिजनों ने सरस्वती नगर पुलिस थाने में विधायक के साथ धरना दिया है।
पूरा केस जानिए
जानकारी के मुताबिक, राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ की रहने वाली हेमलता वर्मा (25 साल) पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय में स्टूडेंट है। वो M.Sc फाइनल ईयर में पढ़ाई कर रही है। 7 दिसंबर को उसकी घर में अंतिम बातचीत हुई थी।
इसके बाद से तीन दिनों तक उसका कोई कॉल नहीं आया। पिता भोजराम वर्मा को चिंता हुई तो वह यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल पहुंचे। स्टाफ ने उन्हें बाहर बैठाया और हेमलता को बुलाने के लिए उसके कमरे पर गए, लेकिन रूम पर ताला लगा हुआ था।

पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के अंदर का गर्ल्स हॉस्टल, यहीं से युवती लापता हुई है।
कमरे में ताला लगाकर चाबी अंदर फेंकी
हॉस्टल के एक कमरे में वो अकेले रहती थी। उसने ताला लगाकर चाबी अंदर ही फेंक दी थी। घरवालों को वार्डन से बातचीत में पता चला कि हेमलता अपनी मां का स्वास्थ्य खराब होना बताकर वह हॉस्टल से निकली थी। हालांकि परिजनों का कहना है कि बाद में वार्डन अपनी बात से पलट गई। पिता भोजराम सरस्वती इसके बाद नगर पुलिस स्टेशन पहुंचे और गुमशुदगी की शिकायत की।

डोंगरगढ़ की विधायक हर्षिता बघेल लड़की के पिता को सांत्वना देते हुए।
फोन फॉर्मेट कर कमरे में छोड़ा
पुलिस शिकायत मिलने पर हॉस्टल के कमरे का ताला तोड़कर अंदर घुसी। रूम में ही हेमलता का मोबाइल फोन रखा हुआ था। जांच करने पर फोन फॉर्मेट मिला। इसके चलते पुलिस को फौरन कोई भी कॉल डिटेल या मैसेज नहीं मिल पाया है।
आसपास पूछताछ में पता चला कि उसे अंतिम बार 7 दिसंबर को दोपहर 12 बजे के करीब देखा गया था। वह कहीं जा रही थी। हेमलता का पावर का चश्मा भी कमरे के अंदर ही मिला है।

हेमलता के परिजन समेत ग्रामीण भी पुलिस थाने पहुंचे। उन्होंने जल्द युवती का पता लगाने की मांग की।
CCTV खराब होने से उलझा मामला
पंडित रविशंकर यूनिवर्सिटी के भीतर हजारों की संख्या में स्टूडेंट पढ़ते हैं। हॉस्टल समेत कैंपस के अंदर भी सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं लेकिन इनमे से ज्यादातर कैमरे खराब हैं। इस वजह से पुलिस को हेमलता किस रास्ते से बाहर निकली है, किस वक्त बाहर निकली है यह सब पता नहीं चल पाया है।
उत्तरप्रदेश के एक युवक से अंतिम बातचीत
पुलिस ने हेमलता के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकलवाई। इसमें जानकारी मिली कि हेमलता तीन-चार लड़कों से बातचीत कर रही थी। पुलिस की टीम ने बिलाईगढ़, डोंगरगढ़ और उत्तरप्रदेश के रायबरेली के निवासी लड़कों से पूछताछ की।
इनमें से रायबरेली के युवक को हेमलता ने गायब होने से पहले अंतिम बार अलविदा का भी मैसेज किया था। पुलिस ने रायबरेली स्थित लड़के के घर में जाकर उसके कमरे और बॉथरूम तक की भी तलाशी ली लेकिन वहां से भी कोई सुराग नहीं मिला।

तीन दिनों तक बेटी का कोई कॉल नहीं आने और फोन नहीं लगने पर परिजन हॉस्टल पहुंचे थे। लापता होने की खबर मिलने पर अब परिजन अपनी बेटी की तस्वीर लिए धरने पर बैठे हैं।
रजिस्टर में नहीं थी एंट्री
इस मामले में दैनिक भास्कर में हॉस्टल वार्डन से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कोई जवाब नहीं आया। परिजनों का आरोप है कि हॉस्टल के रजिस्टर में हेमलता से किसी भी प्रकार के आने जाने की एंट्री नहीं करवाई गई।
तीन दिनों तक उसके कमरे पर ताला लगा रहा, लेकिन कोई पूछताछ नहीं की गई। हालांकि पुलिस सूत्रों से पता चला है कि यूनिवर्सिटी के अंदर जंगल में भी लड़की की तलाश की गई है। इसके अलावा बिल्डिंग की पानी टंकी को भी पुलिस ने छान मारा है।
इस मामले में आजाद चौक CSP अमन झा का कहना है कि फिलहाल पुलिस अब तक मिले सभी फैक्ट को फिर एक बार बारीकी से छानबीन कर रही है। पुलिस युवती के मोबाइल से कई अन्य तकनीकी जानकारी मंगवाई है। जानकारी मिलते ही नए एंगलों पर जांच की जाएगी।