बारां पुलिस ने मां-बेटे की हत्या के चार फरार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया।
बारां जिले में मां-बेटे की हत्या के मामले में पुलिस ने चार फरार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ये सभी आरोपी कई दिनों से पुलिस की पकड़ से बाहर थे और किशनगंज इलाके के जंगलों में छिपे हुए थे।
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जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक अंडासू ने बताया कि 18 सितंबर 2025 को कोटड़ी पाठेड़ा निवासी सुखचीर मीणा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, उनके रिश्तेदार संजय मीणा और उनकी मां रुकमणी बाई बारां अदालत में पेशी पर आ रहे थे। तभी एनएच-27 पर भुलभुलैया चौराहे के आगे बागेश्वर ढाबे के सामने एक कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद कार सवार आरोपियों ने वाहन को दो-तीन बार आगे-पीछे कर मां-बेटे को कुचल दिया। इस वारदात में मां-बेटे की मौके पर ही मौत हो गई।
फरियादी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि मृतक और आरोपी परिवारों के बीच जमीन विवाद को लेकर वर्षों से पुरानी रंजिश चली आ रही थी। वर्ष 2019 में मृतक परिवार ने आरोपी पुरुषोत्तम मीणा के भाई मुकुट मीणा की हत्या कर दी थी। इसके बाद दोनों पक्षों में कई बार झगड़े और मुकदमे दर्ज हुए थे।
पुलिस के अनुसार, इसी पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया और इसे सड़क दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की। पुलिस ने शुरुआती कार्रवाई में पुरुषोत्तम मीणा, शिशुपाल मीणा, चंद्रमोहन मीणा और चंद्रप्रकाश मीणा को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
हालांकि, विनोद उर्फ मोनू मीणा, नीरज लश्करी, देशराज बैरवा और कमल उर्फ गोलू बैरवा घटना के बाद से फरार चल रहे थे। थाना कोतवाली बारां के थानाधिकारी योगेश चौहान और जिला विशेष टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए इन चारों आरोपियों को किशनगंज क्षेत्र के रामगढ़ के पास जंगलों से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया।