नई दिल्ली8 मिनट पहले
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यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले बैंकों के एक कंसोर्टियम के साथ फ्रॉड के मामले में DHFL के पूर्व डायरेक्ट धीरज वधावन को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा।
दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) के पूर्व डायरेक्टर धीरज वधावन को ₹34,000 करोड़ के बैंक धोखाधड़ी मामले में दिल्ली की एक स्पेशल कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने वधावन को 13 मई की शाम में मुंबई से हिरासत में लिया।
इसके बाद आज उन्हें स्पेशल कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस मामले के संबंध में CBI ने 2022 में उनके खिलाफ पहले ही आरोपपत्र दाखिल किया था। इससे पहले वधावन को यस बैंक भ्रष्टाचार जांच में CBI ने हिरासत में लिया था और बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
बैंकों के एक कंसोर्टियम के साथ फ्रॉड का यह मामला
यह मामला 17 बैंकों के एक कंसोर्टियम (संघ) के साथ कथित धोखाधड़ी से जुड़ा है और इसे भारत में सबसे बड़ा बैंकिंग लोन स्कैम कहा जा रहा है। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले 17 बैंकों के कंसोर्टियम से आरोपी फर्मों ने 2010 से से लोन लेना शुरू किया था। अलग-अलग समय में इस लोन को NPA घोषित किया गया था।
फंड के डायवर्जन, राउंड ट्रिपिंग और फंड की हेराफेरी के आरोपों पर मीडिया रिपोर्ट सामने आने के बाद इसकी जांच शुरू की गई थी। इसके बाद 1 फरवरी 2019 को कर्ज देने वाले बैंकों ने मीटिंग की थी।