Final battle between 2 chokers IND vs SA T20 World Cup | 2 चोकर्स में फाइनल जंग: भारत को 2011, साउथ अफ्रीका को 32 साल से वर्ल्ड कप का इंतजार; कौन हटाएगा अपना दाग?

स्पोर्ट्स डेस्क35 मिनट पहले

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सदी के सबसे बड़े चोकर्स साउथ अफ्रीका के सामने आज दशक के सबसे बड़े चोकर्स भारत का सामना टी-20 वर्ल्ड कप में होगा। 1992 से व्हाइट बॉल क्रिकेट खेल रही अफ्रीकी टीम आज तक भी एक भी वर्ल्ड कप नहीं जीत सकी, वहीं टीम इंडिया को 2011 से वर्ल्ड कप का इंतजार है।

साउथ अफ्रीका ने वर्ल्ड कप नहीं जीता, इसका मतलब ये नहीं कि टीम ने कोई ICC ट्रॉफी भी नहीं जीती है। उन्होंने 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था। यह उनके क्रिकेट इतिहास की पहली और आखिरी ICC ट्रॉफी ही है।

संयोग की बात तो यह है कि भारत ने भी अपना आखिरी ICC खिताब चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में ही जीता था। हालांकि, इसे भी 11 साल बीत चुके हैं। यानी भारत को ICC ट्रॉफी जीते हुए एक दशक बीत चुका है।

आज के फाइनल का नतीजा कुछ भी हो, एक बात तो साफ है कि एक टीम तो अपने माथे से चोकर्स का टैग हटा ही लेगी। हां, मैच अगर रद्द हो गया तो दोनों ही टीमें अपना दाग धो सकती है। क्योंकि मैच बेनतीजा हुआ तो ट्रॉफी दोनों ही टीमों में शेयर हो जाएगी। यानी दोनों का सूखा खत्म।

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वनडे वर्ल्ड कप में 5 सेमीफाइनल गंवाए
साउथ अफ्रीका ने ICC का बैन हटने के बाद 1992 में पहली बार वनडे वर्ल्ड कप खेला। टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और सेमीफाइनल में जगह बनाई, लेकिन इंग्लैंड से हार गए। 1996 से 2015 तक टीम 6 में 5 बार नॉकआउट राउंड में पहुंची, लेकिन कभी क्वार्टर फाइनल तो कभी सेमीफाइनल हारकर बाहर हो गई। 2003 और 2019 में टीम नॉकआउट राउंड में नहीं पहुंच सकी।

2023 में साउथ अफ्रीका ने फिर कमबैक किया और सेमीफाइनल खेला, लेकिन ऑस्ट्रेलिया से हार गए। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम ने यह वनडे वर्ल्ड कप तीसरा सेमीफाइनल गंवाया था। इसके अलावा टीम 2 बार न्यूजीलैंड और एक-एक बार वेस्टइंडीज और इंग्लैंड से नॉकआउट हारी है। टीम ने एकमात्र नॉकआउट मैच 2015 में जीता, तब साउथ अफ्रीका ने क्वार्टर फाइनल में श्रीलंका को हराया था।

चैंपियंस ट्रॉफी में एकमात्र कामयाबी मिली
1998 में ICC ने पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी के रूप में अपना दूसरा 50-ओवर टूर्नामेंट शुरू किया। इसका नाम कभी विल्स इंटरनेशनल तो कभी नॉकआउट ट्रॉफी हुआ, लेकिन अब इसे चैंपियंस ट्रॉफी के नाम से पहचाना जाता है। साउथ अफ्रीका ने इसमें शानदार प्रदर्शन किया और लगातार 3 नॉकआउट मैच जीतकर ट्रॉफी भी उठाई। जैक्स कैलिस प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बने।

यह साउथ अफ्रीका की सीनियर क्रिकेट टीम का पहला और आखिरी ICC खिताब रहा। इसके बाद टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी में 7 बार हिस्सा लिया, लेकिन खिताब तो दूर फाइनल में पहुंचना भी नसीब नहीं हुआ। टीम ने 2000 और 2002 में भारत से लगातार 2 सेमीफाइनल गंवाए। 2006 में वेस्टइंडीज और 2013 में इंग्लैंड ने उन्हें सेमीफाइनल हराकर बाहर किया।

साउथ अफ्रीका 2004, 2009 और 2017 में तो ग्रुप स्टेज भी पार नहीं कर सकी। पहले खिताब के बाद टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी में 5 नॉकआउट मैच खेले, 4 सेमीफाइनल गंवाए। वहीं इंग्लैंड के खिलाफ एकमात्र क्वार्टर फाइनल भी साल 2000 में जीता। यानी टीम वर्ल्ड कप में 32 साल तो वहीं चैंपियंस ट्रॉफी में 26 साल से चोक कर रही है।

टी-20 वर्ल्ड कप में पहला फाइनल खेलेंगे
क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट का वर्ल्ड कप जब 2007 में शुरू हुआ तो ICC ने साउथ अफ्रीका को ही इसकी मेजबानी दे दी। टीम ने पहले ही मैच में वेस्टइंडीज को हरा दिया। सुपर-8 में भी टीम ने लगातार 2 मैच जीत लिए, लेकिन आखिरी मैच भारत से हारकर ग्रुप स्टेज से बाहर होना पड़ा।

2009 में साउथ अफ्रीका फिर सेमीफाइनल तक पहुंचा, लेकिन इस बार पाकिस्तान से हार गया। 2010 और 2012 में ग्रुप स्टेज से बाहर हुआ। 2014 में सेमीफाइनल तक पहुंच गया, लेकिन भारत से ही हारकर बाहर होना पड़ा।

2016 से 2022 तक टीम फिर ग्रुप स्टेज से बाहर हुई और अब 2024 में पहली बार फाइनल में जगह बना ली। टीम ने अफगानिस्तान को सेमीफाइनल हराया और पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप में कोई नॉकआउट मुकाबला जीता। साउथ अफ्रीका के पास आज अपना पहला वर्ल्ड कप जीतने का मौका है।

WTC का एक भी फाइनल नहीं खेला
चैंपियंस ट्रॉफी, वनडे वर्ल्ड कप और टी-20 वर्ल्ड कप के बाद ICC ने टेस्ट फॉर्मेट का टूर्नामेंट भी 2019 में शुरू कर दिया। इसका नाम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप यानी WTC रखा, इसमें टॉप-9 टीमों के बीच 2 साल तक 6-6 सीरीज खेली जाती हैं। पॉइंट्स टेबल के आखिर में टॉप-2 स्थानों पर रहने वाली टीमों में फाइनल होता है। साउथ अफ्रीका इस टूर्नामेंट के फाइनल में आज तक नहीं पहुंच सका।

26 साल में साउथ अफ्रीका ने 10 सेमीफाइनल गंवाए
1999 से 2024 तक साउथ अफ्रीका ने ICC के 23 टूर्नामेंट खेले। टीम 11 बार ग्रुप स्टेज से बाहर हुई, लेकिन 12 बार नॉकआउट स्टेज तक भी पहुंची। टीम पर चोकर्स का टैग इसीलिए लगा क्योंकि उन्होंने नॉकआउट स्टेज के 14 में से 11 मैच गंवा दिए। इनमें 10 सेमीफाइनल और एक क्वार्टर फाइनल शामिल हैं।

साउथ अफ्रीका को नॉकआउट स्टेज की 3 में से 2 जीत भी क्वार्टर फाइनल में मिली। वहीं टीम ने 26 साल में अब जाकर किसी ICC टूर्नामेंट का सेमीफाइनल जीता, जब उन्होंने अफगानिस्तान को हराकर फाइनल में एंट्री की।

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टी-20 वर्ल्ड कप में 2007 के बाद कामयाबी नहीं
भारत ने 2007 में पहला ही टी-20 वर्ल्ड कप अपने नाम किया, टीम ने फाइनल में पाकिस्तान को 5 रन से हराकर ट्रॉफी जीती। इसके बाद टीम ने 7 और टी-20 वर्ल्ड कप खेले। 3 बार टीम नॉकआउट स्टेज यानी सेमीफाइनल और फाइनल तक पहुंची, लेकिन खिताब चूक गई।

2014 में भारत ने साउथ अफ्रीका को सेमीफाइनल में हराया, लेकिन श्रीलंका से फाइनल गंवाना पड़ा। 2016 में अपने ही घरेलू मैदान पर भारत नॉकआउट में पहुंचा, लेकिन वेस्टइंडीज से सेमीफाइनल गंवाना पड़ गया। 2022 में टीम आखिरी बार नॉकआउट में पहुंची, लेकिन इस बार इंग्लैंड ने 10 विकेट से हरा दिया।

इस बीच 2009, 2010, 2012 और 2021 में टीम ग्रुप स्टेज भी पार नहीं कर सकी। अब इसी फॉर्मेट के वर्ल्ड कप में भारत ने तीसरी बार फाइनल का टिकट कन्फर्म किया है। टीम ने सेमीफाइनल में इंग्लैंड को 68 रन से हराया।

वनडे वर्ल्ड कप में 2011 के बाद सफलता को तरसे
भारत ने वनडे वर्ल्ड कप का आखिरी खिताब 2011 में जीता। इसके 28 साल पहले 1983 में टीम को इस फॉर्मेट के वर्ल्ड कप में पहली कामयाबी मिली थी। तब टीम ने फाइनल में वेस्टइंडीज और 2011 में श्रीलंका को फाइनल हराकर ट्रॉफी जीती। इसके बाद से भारत 3 और वनडे वर्ल्ड कप खेले, हर बार टीम नॉकआउट स्टेज में पहुंची, लेकिन खिताब एक में भी नहीं मिल सका।

2015 में भारत ने क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश को हराया, लेकिन सेमीफाइनल में होम टीम ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ गया। 2019 में न्यूजीलैंड ने भारत को सेमीफाइनल हरा दिया। 2023 में फिर भारत ने हिसाब बराबर किया और सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को ही हरा दिया, लेकिन टीम फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से जीत नहीं सकी।

चैंपियंस ट्रॉफी का आखिरी खिताब 2013 में मिला
चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने पहला खिताब 2002 में जीता, हालांकि तब फाइनल बेनतीजा होने के कारण ट्रॉफी श्रीलंका से शेयर करनी पड़ी। इसके बाद 2013 में टीम ने इंग्लैंड को उसी के होमग्राउंड पर फाइनल हराया और ट्रॉफी पर कब्जा किया। यह भारत की पिछले 11 साल में आखिरी ICC ट्रॉफी रही।

2013 के बाद चैंपियंस ट्रॉफी का टूर्नामेंट एक ही बार 2017 में हुआ। भारत ने सेमीफाइनल में बांग्लादेश को हराया और लगातार दूसरी बार फाइनल में एंट्री की, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ 180 रन की बड़ी हार झेलनी पड़ गई। इसके बाद चैंपियंस ट्रॉफी नहीं हुई, अब 2025 में टूर्नामेंट पाकिस्तान में आयोजित होगा।

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दोनों फाइनल गंवाए
WTC यानी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल अब तक 2021 और 2023 में 2 ही बार हुआ। भारत ने दोनों बार फाइनल में जगह बनाई, लेकिन दोनों में हार ही मिली। 2021 में न्यूजीलैंड ने 8 विकेट और 2023 में ऑस्ट्रेलिया ने 209 रन से हरा दिया।

10 साल में 5 फाइनल हारा है भारत
टीम इंडिया दशक की सबसे बड़ी चोकर्स जरूर है, लेकिन भारत के पास साउथ अफ्रीका की तरह सेमीफाइनल में हारने वाली टीम नहीं है। यह टीम फाइनल में पहुंचकर हारती है। पिछले 11 साल में टीम इंडिया ने 11 ICC टूर्नामेंट के 5 फाइनल गंवाए हैं। इतना ही नहीं भारत 4 सेमीफाइनल भी हारा है।

2014 से भारत ने ICC टूर्नामेंट में 14 नॉकआउट मैच खेले। टीम को 5 में जीत और 9 में हार मिली। 5 में से 4 जीत सेमीफाइनल में मिली, वहीं एक जीत क्वार्टर फाइनल के रूप में आई। भारत को 5 में से 2 फाइनल ऑस्ट्रेलिया ने हराए। वहीं 1-1 फाइनल पाकिस्तान, श्रीलंका और न्यूजीलैंड ने हराया।

12 महीने में चौथा ICC फाइनल खेलेगा भारत
भारत ने पिछले 12 महीने में जितने भी ICC टूर्नामेंट खेले, सभी के फाइनल में जगह बनाई। इनमें अंडर-19 मेंस वर्ल्ड कप भी शामिल है, जो इसी साल जनवरी में खेला गया। इससे पहले भारत की सीनियर टीम ने वनडे वर्ल्ड कप और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल भी खेला।

तीनों फाइनल में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया से ही हार का सामना करना पड़ा। अब टीम टी-20 फॉर्मेट के ICC फाइनल में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी बड़ी टीमों को हराकर साउथ अफ्रीका का सामना करेगी। अब इस मैच का नतीजा ही तय करेगा कि 11 साल की हार का दर्द 26 साल के दर्द पर कितना भारी पड़ा।

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ग्राफिक्स: अंकित पाठक, कुणाल शर्मा

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