Father killed 2 children in Begusarai dispute going on with his wife regarding dowry | बेगूसराय में पिता ने 2 बच्चों की हत्या की: पत्नी से दहेज को लेकर चल रहा था विवाद, 10 दिन पहले कहा था बेटों को मार देंगे तो टूट जाएगा घमंड – Begusarai News

बेगूसराय में गुरुवार को पानी भरे गड्ढे से 2 बच्चों का शव मिला था। शुक्रवार को पुलिस ने शवों का पोस्टमॉर्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया था। इसके बाद दोनों का अंतिम संस्कार किया गया।

.

मृतक की पहचान अयोध्यावाड़ी निवासी सिकंदर यादव के दोनों बेटे हिमांशु कुमार(6) और हर्ष कुमार(4) के रूप में की गई है। हिमांशु और हर्ष के पिता, दादा-दादी, चाचा-चाची सब घर से फरार हैं। पुलिस की टीम मामले की छानबीन कर रही है। घटना लाखो थाना क्षेत्र के अयोध्यावाड़ी गांव के कालीगढ़ी मध्य स्कूल के पीछे की है।

इसी पोखर से मिली लाश।

इसी पोखर से मिली लाश।

महिला ने ससुरालवालों पर हत्या का लगाया आरोप

खुशबू ने बताया कि 2016 में उसकी शादी लाखो थाना क्षेत्र के अयोध्याबाड़ी निवासी सिकंदर यादव के साथ हुई थी। उस समय मेरे माता-पिता ने सामर्थ्य के अनुसार दान-दहेज दिए थे। लेकिन मेरे पति और ससुराल वाले दहेज के लोभी थे। उसी समय से बार-बार प्रताड़ित करने लगे।

मेरे पति का दूसरी लड़की के साथ है अफेयर

इस दौरान 3 बेटा अंशु(8), हिमांशु(6) और हर्ष(4) पैदा हुआ। लेकिन मेरे ससुराल वालों की दरिंदगी कम नहीं हो रही थी। वह लोग बार-बार दहेज में तीन लाख रुपए, एक बाइक और चार भर सोने के जेवर की मांग कर रहे थे। मैं विरोध करती थी, तो मारपीट किया जाता था। मेरे ससुराल वाले कहते थे कि दहेज नहीं लाकर दोगी तो सिकंदर की दूसरी शादी कर दूंगा। मेरा पति सिकंदर भी सरिता नाम की किसी लड़की से बात करता था और उसी से शादी करना चाहता था।

घटना के बाद बेहोशी हालत में मां।

घटना के बाद बेहोशी हालत में मां।

बेटों की हत्या कर घमंड तोड़ देंगे

करीब 2 साल पहले उन लोगों की प्रताड़ना से तंग आकर मैं अपने मायके तेतरी चली आई थी। वहां तीनों बच्चों को लेकर रह रही थी। मायके में रहती थी, तो उसमें भी बार-बार फोन करके धमकी देता था। कहता था कि तुमको बेटा पर घमंड है, वह घमंड तोड़ देंगे। बेटा को मारने के बाद तुमको भी मार देंगे। परेशान होकर मैंने एक साल पहले केस कर दिया था।

उसमें बेल नहीं हो रहा था, तो उसने कोर्ट में अपनी गलती मानी और कोर्ट के आदेश पर मुझे 19 जुलाई को मायके से ससुराल लाया। मायके में मैंने अपने बड़े बेटे अंशु को छोड़ दिया था। हिमांशु और हर्ष को लेकर ससुराल आ गई थी। यहां एक महीना तक तो सब कुछ ठीक-ठाक रहा, लेकिन उसके बाद केस हटाने की धमकी देने लगा।

बार-बार हमको और हमारे बेटा को मारने की धमकी दे रहा था। सास भी कहती थी कि तुमने बहुत गलत किया है। लेकिन न्यायालय के आदेश पर आई थी तो सब कुछ बर्दाश्त करते हुए किसी तरह रह रही थी। 10 दिन पहले उसने बेटों को मारने की धमकी दी। फिर हमको लगा कि सब कुछ ठीक हो जाएगा।

बच्चों ने 15 अक्टूबर को की थी उल्टी

15 अक्टूबर की सुबह हमने बच्चों को खाना खिलाया और दोपहर में हम भी खाकर अपने रूम में थे। तभी दोनों बेटे ने आकर कहा कि बड़ी मम्मी ने चीनी-रोटी दिया खाने के लिए, उसे समय मीठा लगा, लेकिन अब खराब लग रहा है। मन घूम रहा है, यह कहते ही दोनों को उल्टी हो गई। उल्टी के बाद मुंह से जहर जैसा दुर्गंध आ रहा था।

हमने पति को डॉक्टर के यहां ले जाने बोला तो उसने मुझे डांट दिया। दोनों बच्चे बार-बार उल्टी कर रहे थे। लेकिन मेरे पति और ससुराल वाले मेरे पास बच्चों को आने नहीं दे रहे थे। हमें बच्चों के पास जाने नहीं दे रहे थे। शाम में भी हम बोले डॉक्टर के पास ले जाने तो पति ने कहा सुबह में ले जाएंगे।

आरोपी का बंद घर।

आरोपी का बंद घर।

पति, सास-ससुर ने बच्चों को गड्ढे में फेंका

16 अक्टूबर की सुबह बच्चों की तबीयत खराब होने लगी। हमने इलाज कराने या अपने पास बेटे को देने को कहा तो पति और ससुराल वालों ने मारपीट करके घर से भगा दिया। मैं जंगल में जाकर छिप गई। मेरा दोनों बेटा घर में ही तड़प-तड़प कर मर गया। मैं जब जंगल में छुपी हुई थी। रात में करीब 9 बजे मेरे पति, सास और परिवार के अन्य लोग दोनों बेटों की लाश लेकर आए और गड्ढा में फेंक दिया।

हम जंगल में बैठकर सब कुछ देखते रहे, रात 10 बज गया। गड्ढा की ओर से कराहने की आवाज आ रही थी तो मुझे डर लगा। मैं बेगूसराय के लिए चल दी। रात 1 बजे एसपी आवास के पास पहुंची, लेकिन कुछ पता नहीं चल रहा था। वहां कोई लोग नहीं थे, तो स्टेशन के पास आ गए। वहां कई लोगों से अनुरोध किया तब एक व्यक्ति ने मोबाइल दिया और मैंने अपने जीजा को फोन करके घटना की सूचना दी।

दहेज प्रताड़ना को लेकर हुई थी पंचायती

17 अक्टूबर को सुबह होने के बाद हमने पुलिस को सूचना दिया। पुलिस ने खोजबीन किया, लेकिन लाश गड्ढे में ऊपर नहीं दिख रही थी इसी वजह से शवों को ढूंढ़ने में शाम हो गए। उससे पहले ही मेरा पति और ससुराल वाला सभी लोग फरार हो गए। तेतरी पंचायत के मुखिया आदित्य राज वर्मा ने बताया कि दहेज के लिए प्रताड़ित करने को लेकर हमलोग दो बार पंचायती भी किए, लेकिन सिकंदर और उसका परिवार कुछ मान नहीं रहा था।

ससुर को पुलिस ने किया गिरफ्तार

मुख्यालय DSP रमेश प्रसाद सिंह ने बताया कि दोनों बच्चों की हुई हत्या मामले में पिता और दादा सहित परिवार के 9 लोगों को नामजद किया गया है। इसमें से मृतक बच्चों के दादा शिवनंदन यादव को गिरफ्तार कर पूछताछ किया जा रहा है। शेष सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *