कडी तालुका के करणनगर गांव की घटना।
कड़ी तालुका के करणनगर गांव में रहने वाला पिता 2 बेटों के साथ आत्महत्या करने नर्मदा नहर में कूद गया। इसमें पिता-पुत्र की मौत गई, जबकि एक बेटे को राहगीरों ने बचा लिया। युवक ने सुसाइड क्यों किया, इसका खुलासा नहीं हो सका है। बताया जा रहा है कि तलाक के बा
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दवा लेने का कहकर बेटों के साथ घर से निकला था पिता।
राहगीर ने 4 वर्षीय बेटे को बचा लिया
कडी तालुका के करणनगर गांव निवासी भरत भीखा बजानिया के दो बेटे हितांशु (2 वर्ष) और विहान (4 वर्ष) थे। भरत मानसिक तनाव में रहता था। सोमवार की शाम वह घर से कहकर निकला कि बच्चे के लिए दवा लेने जा रहा है। दवा लेने के बजाय, भरत दोनों बेटों के साथ कडी तालुका के करणनगर गांव की सीमा से गुजरने वाली मुख्य नर्मदा नहर पर पहुंचा और दोनों बेटों के साथ नहर में कूद पड़ा। एक राहगीर की नजर पड़ी तो 4 साल के विहान को बचा लिया, जबकि भरत और हितांशु की डूबने से मौत हो गई।
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मृतक भरत, बेटा हिंताशु (बायीं ओर) और विहान। विहान की जान बच गई है।
4 महीने पहले हुआ था तलाक
कडी तालुका के करणनगर गांव में रहने वाला भरत भीखा बजानिया (30) निजी कंपनी में काम करता था। 5 साल पहले उसकी शादी हुई। उसे परिवार में 2 बच्चे थे। कुछ समय पहले पत्नी से अनबन हो गई। समाज के लोगों ने सुलह कराने की कोशिश की, लेकिन सुलह नहीं होने से 4 और 1 महीने पहले दोनों का सामाजिक तौर पर तलाक हो गया था। तलाक के बाद से ही भरत मानसिक तनाव में था।