खंडवा में शनिवार दोपहर एक किसान की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी गई। वारदात को खेत पर फसल बोवनी के दौरान अंजाम दिया गया। खंडवा एसपी मनोज राय ने हत्या के पीछे जमीन विवाद होना बताया है। मृतक के भाई ने चार साल पहले आरोपियों को जमीन बेची थी, अब वे लोग
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घटना हरसूद क्षेत्र के गांव धारूखेड़ी की है। कहानी ऐसी हैं कि धारूखेड़ी के रहने वाले प्रेम आदिवासी ने पिता परसराम के निधन के बाद वसीयत के आधार पर अपने नाम 5 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री करा ली थी। प्रेम ने यह जमीन गांव के रामकृष्ण राठौर और नर्मदापुरम जिले के सिवनी-मालवा निवासी संतोष राठौर को ढ़ाई-ढ़ाई एकड़ बेच दी। कुछ साल बाद प्रेम के भाई नारायण (मृतक) और लखन ने आपत्ति जताई।
इधर, गांव के खरीददार रामकृष्ण ने विवादित हो चुकी जमीन को हरदा जिले के मांडला निवासी बसंतीबाई को बेच दी। शनिवार को बसंतीबाई का पति भगवानदास राठौर खेत पर फसल की बोवनी करने आया था। इससे पहले वह जुताई कर चुका था। भगवानदास अपने साथ उसके पिता रमेश राठौर, अधिवक्ता प्रमोद राठौर और नौकर दिनेश मीणा को भी साथ लाया था। इसी दौरान खेत पर प्रेम के भाई नारायण और लखन पहुंच गए। उन्होंने फसल बुआई को लेकर विरोध किया।
इस दौरान नारायण ट्रैक्टर चला रहे भगवानदास के सामने आ गया। ट्रैक्टर के पहिए में आने से नारायण घायल हो गया। उसे हरसूद अस्पताल ले गए। जहां उसने दम तोड़ दिया। एसपी राय के मुताबिक, चारों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। जमीन की खरीदी-बिक्री की गैंग संबंधी बिंदु पर जांच करेंगे। आरोपियों को रविवार कोर्ट में पेश किया जाएगा। आरोपी वकील पर एक्शन लेने के लिए बार एसोसिएशन से भी पत्राचार करेंगे।