कंपनी के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते लोग
हरियाणा के जिले फरीदाबाद में एक निजी बिल्डर द्वारा हजारों लोगों के साथ ठगी करने का मामला सामने आया है। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर नाम की कंपनी पर हजारों लोगों ने धोखाधड़ी कर उनके रूपए हजम करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। इसी के चलते आज सैकड़ों की संख्या में लोगों
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पीड़ितों ने की कार्रवाई की मांग लोगों का आरोप है कि प्लॉट और फ्लैट देने के नाम पर उनसे पैसे ले लिए गए लेकिन कई साल बीत जाने पर भी ना तो उन्हें प्लाट मिले और ना ही फ्लैट। जब कंपनी के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने रूपए लौटाने की एवज में बतौर चेक सभी को दे दिए लेकिन सभी के चेक भी बाउंस हो गए। अब उन्होंने पुलिस और सरकार से उनके साथ हुए धोखे को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और उनके रूपए लौटाने की गुहार लगाई है।
कंपनी ने पैसे के एवज में दिया बाउंस चेक बता दें की प्रदर्शन कर रहे लोगों संदीप,राहुल,चंद प्रकाश ,ज्योति और सुरेंद्र ने आरोप लगाए हैं की कई साल बीत जाने के बाद भी WTC यानी वर्ल्ड ट्रेड सेंटर नाम की कंपनी ने उनको ना तो प्लॉट, फ्लैट दिए और ना ही उनके द्वारा जमा की गई रकम वो लौटा रहे हैं। रकम लौटाने की एवज में बिल्डर ने उनको चेक दिए थे वो भी बाउंस हो चुके हैं। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है कि जिस जगह पर उनको प्लाट और फ्लैट देने की बात की जा रही थी, अब नोएडा की भूटानी कंपनी के साथ मिलकर दोबारा महंगे दामों में बेचने की तैयारी शुरू कर दी है। उनको 20 से 22 हजार रूपए प्रति वर्ग गज में जगह देने की बात हुई थी लेकिन अब दूसरे बिल्डर के साथ मिलकर 50 से 60 हजार में वो जगह दूसरे लोगों को देने की तैयारी हो चुकी है।
कंपनी के कार्यालय के बाहर लोगों की भीड़
कंपनी के पास नहीं था लाइसेंस लोगों ने बताया की उनको बाद में पता चला की कंपनी जो हरियाणा सरकार द्वारा संचालित दीन दयाल आवास योजना के तहत उनको सस्ते में प्लॉट और फ्लैट देने की बात कह रही थी, उनके पास उसकी परमिशन ही नहीं थी। इसी बात का जब उनको पता चला तो उन्होंने कंपनी से अपनी रकम मांगनी शुरू की तब उन्हें पता चला की उनके साथ साथ फरीदाबाद के लगभग 2500 लोगों के साथ इसी तरह का फ्रॉड किया गया है।
नोएडा में भी 1500 लोगों के साथ धोखाधड़ी लोगों ने बताया कि सभी के साथ हुए धोखाधड़ी की रकम कुल मिलाकर लगभग 500 से 600 करोड़ रूपए बनते हैं। लोगों ने बताया की इसी तरह का फ्रॉड इस कंपनी ने नोएडा में भी 1500 लोगों के साथ किया है। जिसकी रकम लगभग 5000 करोड़ रुपए बनती है। अब सरकार और पुलिस प्रशासन से उन्होंने गुहार लगाई है कि उनको ऐसे लोगों से निजात दिलाई जाए और उनकी रकम वापस दिलवाई जाए। जिस बाबत उन्होंने पुलिस कमिश्नर को भी शिकायत दे दी है।