धनतेरस और दीपावली के मौके पर फैंसी नंबरों की बोली वाहन मालिक लगा रहे हैं। नए नंबरों की सीरीज यूपी 32 PY के 105 नंबरों के लिए 226 लोगों ने बोली लगाई है। इसमें से 48 नंबरों के लिए सिर्फ एक- एक आवेदक, 10 नंबरों के लिए दो – दो आवदेकों, 44 नंबरों के लिए 3
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UP 32 PY0001 के लिए लगी सबसे महंगी बोली
UP 32 PY 0001 नंबर पाने के लिए 13 लोगों ने बोली लगाई है। लग्जरी वाहन खरीदने वाले एक व्यक्ति ने 21 लाख रुपए तक बोली पहुंचा दी है। यह बेस प्राइस 33 हजार 333 रुपए से कई गुना ज्यादा है। यही नहीं इस बार नंबरों की सीरीज में 0001 गाड़ी नंबर के बाद 0007 के लिए पांच लोगों ने दावेदारी ठोंकी है। अभी तक इस नंबर के लिए 362500 रुपए बोली लगी है। 6 नंबरों के लिए 1 लाख से अधिक बोली लगी है। UP 32 PY 0786 नंबर के लिए 1 लाख 500 रुपए बोली लगी है। जबकि 11 नंबरों के लिए 50 हजार से अधिक की बोली लगी है।
यह है नियम,प्रक्रिया के पूरा होने के बाद मिलता है नंबर
नई सीरीज आने पर वीआइपी नंबर की बोली पहले चार दिन पंजीकरण होता है। फिर तीन दिन बोली लगती है। सातवें दिन रिजल्ट की घोषणा की जाती है, जो नंबर बचे होते हैं उन्हें दूसरे सप्ताह में इसी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। अगर फिर भी किसी नंबर की बोली नहीं लगती है तो तीसरे सप्ताह में बेस प्राइस पर नंबर का आवंटन पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया जाता है। नीलामी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद बाहर के वाहन को एक महीने व जिले के वाहन को एक सप्ताह का समय दिया जाता है।
ऐसे किया जाता है फैंसी नंबर में खेल
अगर सबसे अधिक बोली लगाने वाला व्यक्ति नंबर नहीं लेता है, तो दूसरे नंबर पर सबसे अधिक बोली लगाने वाले को मौका दिया जाता है। इसी तरह तीसरे नंबर के आवेदक को भी यही मौका मिलता है। बोली से हटने पर बेस प्राइस जब्त कर ली जाती है। जो वीआइपी नंबर नीलामी में लगी बोली से काफी कम होता है। ऐसे में बड़ी बोली लगाने के बाद लोग नंबर की नीलामी में शामिल नहीं होते। लाभ बड़ी बोली लगाकर कम बोली लगाने वाले उठाते हैं। कई बार वह अपने परिचित से बड़ी बोली लगवाते हैं। ऐसे में बड़ी बोली देखकर सामान्य लोग फैंसी नंबरों की बिड में शामिल नहीं होते हैं।