लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों का खर्च जून के अंत तक फाइनल हो सकेगा। आचार संहिता मतगणना और परिणाम घोषित होने तक लागू रहेगी। तब तक प्रत्याशी द्वारा चुनाव मद में जो भी खर्च किया जाएगा, उसे चुनाव खर्च माना जाएगा। निर्वाचन आयोग द्वारा जो व्यवस्था बनाई गई
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वे 26 वें दिन प्रत्याशियों के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में खर्च एवं चुनावी व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा होगी। 30 वें दिन तक प्रत्याशियों द्वारा दिए गए खर्च ब्यौरे का अंतिम परीक्षण कर रिपोर्ट आयोग के पास भेजी जाएगी। 4 जून को मतगणना से पहले 27 मई को स्टैंडिंग कमेटी की बैठक होगी। कलेक्टर रुचिका चौहान ने बताया कि इस बैठक में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि बुलाए जाएंगे। जिन्हें मतगणना की प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी।
नाम मांगे: ग्वालियर संसदीय क्षेत्र की मतगणना अलग-अलग कक्षों में होगी। प्रशासन ने प्रत्याशी से काउंटिंग एजेंट के नाम जिले के सभी 6 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मांगे हैं।
एक दिन पहले पहुंचेंगे पोस्टल बैलेट: जिला कोषालय में डाक मतपत्रों का स्ट्रांग रूम 3 जून को शाम 6 बजे खोला जाएगा। इसके बाद डाक मतपत्रों को एमएलबी कॉलेज के स्ट्रांग रूम में पहुंचाया जाएगा। एमएलबी में मतगणना 4 जून को होगी। स्ट्रांग रूम प्रत्याशियों की मौजूदगी में 4 जून को सुबह 6.30 बजे खोले जाएंगे।
निगरानी करेंगे अधिकारी: मतगणना संबंधी व्यवस्थाओं के लिए विधानसभा क्षेत्रवार नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी दी हैं। इनमें अपर कलेक्टर अंजू अरुण कुमार, निगम आयुक्त हर्ष सिंह, जिला पंचायत के सीईओ विवेक कुमार को नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी दी है।