प्रकृति के साथ छेड़छाड़ का ही नतीजा है कि कहीं नदियों में अचानक बाढ़ आ जाती है तो कहीं नदियां सूख रही है। आज जलवायु परिवर्तन बहुत तेजी से हो रहा है, अतः पर्यावरण को संरक्षित करने की आवश्यकता है। यह बातें राज्य के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभा
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इससे पूर्व उन्होंने वानिकी कालेज सह शोध संस्थान में पौधारोपण किया। इसके पूर्व भीमबांध वन्यजीव आश्रयणी क्षेत्र स्थित भीम बांध इको टूरिज्म जन सुविधा केंद्र में भी पौधारोपण किया। मंत्री ने कहा कि पौधरोपण का कार्य सरकारी व गैर-सरकारी स्तर के साथ-साथ व्यक्तिगत रूप से भी करना चाहिए।
उन्होंने एक पेड़ मां के नाम अभियान से जुड़ने का आह्वान किया तथा सभी लोगों को अपनी-अपनी मां के नाम का एक पौधा लगाने को कहा। मंत्री ने कहा कि पर्यावरण के संरक्षण के लिए सीड बाल के माध्यम से नंगे पहाड़ों को आच्छादित करेंगे। साथ ही साथ पहाड़ों पर होने वाले वर्षा के जल का संग्रहण के लिए व्यवस्था की जाएगी।
विजन डॉक्यूमेंट का विमोचन किया गया। इस अवसर पर उन्होंने तपती धरती कहे पुकार, पेड़ लगाओ- पेड़ लगाओ का नारा भी दिया। कार्यक्रम में विधायक प्रणव कुमार, डीएफओ अम्बरीष कुमार मल्ल, भाजपा जिलाध्यक्ष सहित अन्य विभागीय अधिकारी थे।