छत्तीसगढ़ के धमतरी में पोटाश बम फटने से हाथी का बच्चा घायल हो गया। बम विस्फोट से जबड़े और पैर पर गंभीर चोट आई है। हाथी का उम्र 5-6 वर्ष की बताई जा रही है। घटना उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व की है। अधिकारीयों बम का टुकड़ा भी मिला है। फिर जंगल में कई किलोमीट
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वन विभाग ने हाथियों के दल को ड्रोन को ट्रैक किया, स्टाफ सहित डॉक्टर की टीम मौजूद है। वहीं डॉग स्क्वायड का भी मदद ली गई। बम लगाने वालों की सूचना देने पर 10 हजार इनाम की घोषणा की गई है।
मौके से पोटाश बम का टुकड़ा मिला
पोटाश बम का टुकड़ा मिला।
उदंती सीतानदी टाइगर रिज़र्व के सीतानदी परिक्षेत्र के सातलोर बीट 38-40 हाथी सिकसार दल 7 नवंबर को विचरण कर रहा था,जहां पर खून बिखरा था। इसकी सूचना परिक्षेत्र अधिकारी रिसगांव को मुखबिर द्वारा दी गई। परिक्षेत्र अधिकारी रिसगांव और स्टाफ द्वारा पतासाजी करने पर मौके से पोटाश बम का टुकड़ा मिला।
अगले दिन एन्टी पोचिंग टीम द्वारा मौके का मुआयना किया गया और स्टाफ के साथ मिलकर 6 किलोमीटर तक खून के धब्बे और पगमार्क ट्रेस किए गए। सीसीएफ वाइल्डलाइफ सतोविषा समाजदार, जंगल सफारी के डॉक्टर राकेश वर्मा, डॉग स्क्वायड और शासकीय ड्रोन से घायल हाथी की तलाश शुरू हुई।
खून के धब्बे मिले।
हाथियों का दल छोटे-छोटे चार दलों में बंट गया
उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व वनमंडलाधिकारी वरुण जैन ने बताया किया बम विस्फोट से हाथियों का दल छोटे-छोटे चार दलों में बंट गया। पोटाश बम हाथी के लिए उपयोग किया था या जंगली सूअर मारने के लिए इसकी पतासाजी की जा रही है।
एसडीओ उदंती गोपाल कश्यप के नेतृत्व में तीन दिनों तक लगातार घायल हाथी की खोज की गई।10 नवम्बर को ड्रोन और स्टाफ की मदद से एक छोटा बच्चा 5-6 वर्ष जिसका जबड़ा सूजा हुआ और पैर में चोट पता चल रहा है।
जांच करती वन विभाग की टीम।
थाने शिकायत दर्ज कराई गई
उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व वनमंडलाधिकारी वरुण जैन ने बताया ड्रोन की मदद से हाथी की संख्या का सटीक अवलोकन किया जा रहा है। सुबह से चोट का उपचार डॉक्टर्स की टीम द्वारा किया जाएगा। घायल हाथी के मामले में वन विभाग ने पोटाश बम लगाने वाले व्यक्ति की सूचना देने वालों को 10 हजार रुपए के इनाम की घोषणा की है। इस घटना की शिकायत पुलिस थाने में भी दर्ज कराई गई है।