बलिया में मंगलवार को विद्युत संविदा मजदूर संगठन उत्तर प्रदेश के सदस्यों ने अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया। संगठन ने अपनी लंबित मांगों को लेकर आवाज बुलंद की और उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन व राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के अध्यक
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प्रदर्शनकारी मजदूरों ने निम्नलिखित मांगों को प्रमुखता से उठाया।
- विद्युत निगम के वर्तमान स्वरूप की रक्षा: पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम को वर्तमान स्वरूप में बनाए रखने की मांग की गई।
- वेतन वृद्धि: संविदा कर्मियों के लिए न्यूनतम वेतन ₹22,000 प्रतिमाह और एसएसओ, लाइनमैन व कंप्यूटर ऑपरेटर के लिए ₹25,000 प्रतिमाह करने की अपील की गई।
- मृत्यु क्षतिपूर्ति: संविदा कर्मियों की आकस्मिक मृत्यु की स्थिति में परिवार को ₹10 लाख का मुआवजा देने की मांग।
- सेवानिवृत्ति की आयु: ईपीएफ एक्ट के अनुसार, संविदा कर्मियों की सेवानिवृत्ति की आयु 55 से बढ़ाकर 58 वर्ष करने की अपील।
- पुनर्नियोजन: 2023 की हड़ताल के दौरान कार्यरत 127 निर्दोष संविदा कर्मियों को वापस नौकरी पर रखने और 140 निष्ठापूर्वक कार्य करने वाले कर्मियों को पुनः बहाल करने की मांग।

संगठन के सदस्यों ने कहा कि उनके मुद्दों पर सरकार और विद्युत निगम ध्यान नहीं दे रहे हैं। कर्मियों का वेतन बढ़ाने, नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अनुचित रूप से निकाले गए कर्मियों को पुनः बहाल करने की मांगों को लंबे समय से अनदेखा किया जा रहा है।

प्रदर्शन के बाद मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन अधीक्षण अभियंता को सौंपा। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में संविदा कर्मियों ने भाग लिया, जो अपनी जायज मांगों को लेकर एकजुट नजर आए।
