बीजेपी में जिलाध्यक्षों के चुनाव की डेडलाइन निकल चुकी है। संगठनात्मक दृष्टि से बीजेपी में 44 जिले हैं। बीजेपी 31 जनवरी तक इनमें से 27 जिलों में ही जिलाध्यक्ष का निर्वाचन करवा पाई। अब भी 17 जिलों में जिलाध्यक्ष का निर्वाचन होना बाकी है।
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इन सभी जिलों में अलग-अलग कारणों से जिलाध्यक्षों का पेच फंसा हुआ है। ऐसे में पार्टी अब इन जिलों में जिलाध्यक्ष का निर्वाचन कराने के मूड में नहीं है। यही वजह है कि पार्टी अब प्रदेशाध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया में जुट गई है।
अब इन जिलों में जिलाध्यक्ष का निर्वाचन नहीं होकर नियुक्तियां होंगी। नव निर्वाचित प्रदेशाध्यक्ष ही इन जिलों में जिलाध्यक्ष की नियुक्तियां करेंगे।
इन जिलों में अटका जिलाध्यक्ष का निर्वाचन जयपुर शहर, जयपुर देहात उत्तर, बीकानेर शहर, झुंझूनूं, दौसा, करौली, धौलपुर, सवाई माधोपुर, टोंक, भीलवाड़ा, जोधपुर उत्तर, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, बारां, बूंदी और झालावाड़ में जिलाध्यक्ष का चुनाव नहीं हुआ है।
आगे खिसक सकता है प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव बीजेपी में प्रदेशाध्यक्ष के निर्वाचन की डेडलाइन 5 फरवरी है। माना जा रहा है कि प्रदेशाध्यक्ष का निर्वाचन भी आगे खिसक सकता है। इस पद पर मदन राठौड़ का निर्वाचन तय माना जा रहा है, लेकिन मदन राठौड़ संसद सत्र में भाग लेने के लिए अगले दो दिन दिल्ली में रहेंगे।
प्रदेशाध्यक्ष के निर्वाचन में सीएम भजनलाल शर्मा भी मौजूद रहेंगे, लेकिन विधानसभा सत्र को लेकर वे व्यस्त हैं। वहीं, पार्टी चाहती है कि प्रदेशाध्यक्ष के निर्वाचन से पहले बकाया जिलों में से दो से तीन जिलों में जिलाध्यक्ष का निर्वाचन हो जाए। इसे लेकर इन जिलों में सहमति बनाई जा रही है। ऐसे में प्रदेशाध्यक्ष का निर्वाचन तय डेडलाइन पर होना संभव नहीं लग रहा है।