अमृतसर पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज एसो. (पीसीएमएसए) पंजाब के डॉक्टर्स मांगों को लेकर सोमवार से बुधवार तक रोज 4 घंटे हड़ताल पर रहेंगे। यह हड़ताल प्रमोशन, सुरक्षा, नई भर्ती और 6वें पे कमीशन की िकस्तें जारी न करने के विरोध में की जा रही है। हेल्थ एंड फै
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अमृतसर पीसीएमएसए के प्रेजिडेंट डॉ. सुमितपाल सिंह, वाइस प्रेजिडेंट डॉ. रवि तेजपाल और जनरल सेक्रेटरी डॉ. मधुर पोड्डर ने बताया िक 11 सितंबर को वित्त मंत्री की ओर से मीटिंग का समय दिया गया है, इसलिए 3 दिन केवल 4-4 घंटे हड़ताल की जा रही है। मीटिंग में यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो हड़ताल अनिश्चितकालीन शुरू होगी। पंजाब सरकार और सरकारी डॉक्टरों के बीच बातचीत के बाद भी अब तक प्रमोशन के मुद्दे पर न तो कोई नोटिफिकेशन जारी हुई और न ही सुरक्षा गार्ड रखे गए। उन्होंने कहा िक मेडिकल ऑफिसरों की नई भर्तियां नहीं हो रही हैं, पंजाब में 55 प्रतिशत पोस्टें खाली हैं।
इससे मरीजों को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। एक डॉक्टर पर अतिरिक्त मरीजों का भार है। सेहत मंत्री के दिए सुरक्षा प्रबंधों के भरोसे के बाद जमीनी स्तर पर कोई इंतजाम नहीं होने के कारण कोलकाता की घटना के बाद पंजाब के अस्पतालों में लगभग 11 घटनाएं हो चुकी हैं। इसके अलावा प्रमोशन के मुद्दे पर भी सरकार गंभीर नहीं है। 2021 में मेडिकल ऑफिसरों की प्रमोशन को अचानक बंद कर दिया गया। यदि डॉक्टरों की प्रमोशन नहीं होगा तो कोई भी डॉक्टर सेहत विभाग में भर्ती नहीं हो होगा।
2011 से जो मेडिकल ऑफिसर आए थे वह आज तक मेडिकल ऑफिसर ही हैं। एमओ को सीनियर मेडिकल अफसर बनने में ही 20-25 साल लग जाते हैं। इसके कारण ही डॉक्टर्स या तो नौकरियों को छोड़ जाते हैं या विदेशों का रूख कर रहे हैं। बीते 2 सितंबर को पीसीएमएसए ने डायरेक्टर को लेटर लिखकर 9 सितंबर से काम छोड़ हड़ताल का एलान िकया, वह सिविल सर्जन को भी अपनी मांगों को लेकर लेटर देकर आए थे, तब भी उनकी सुनवाई नहीं हुई। फिर भी मरीजों की समस्याओं को समझते हुए केवल 4 घंटे हड़ताल करेंगे।