कबीरधाम जिले के कोयलारी गांव में डायरिया बीमारी बेकाबू हो चुका है। गांव में अब तक 80 से अधिक डायरिया के मरीज मिले चुके हैं, वहीं दो लोगों की मौत हो चुकी है। गुरुवार सुबह एक 55 वर्षीय व्यक्ति की डायरिया से मौत हो गई है। बता दें लगभग 10 दिन बाद भी बीमा
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बता दें कि बड़े-बड़े डॉक्टर के साथ दर्जनों स्वास्थ्य अमला की ड्यूटी लगाई गई है और कलेक्टर खुद इस मामले में मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इस दौरान जिला प्रशासन ने गांव के 56 कुओं के पानी की जांच करवाई, जिसमें 2 कुएं का पानी दूषित पाया गया। कलेक्टर ने दोनों ही कुएं के पानी के इस्तेमाल पर तत्काल रोक लगा दिया, लेकिन डायरिया के मरीज गांव में लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
6 अप्रैल को आया था पहला मामला
दरअसल, कबीरधाम जिले के लोहारा ब्लॉक अंतर्गत कोयलारी गांव में 6 अप्रैल को एक परिवार के 4 लोग उल्टी-दस्त से पीड़ितों को गांव के ही उप स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया था, लेकिन शाम तक मरीजों की संख्या 15 से 20 पहुंच गई। अधिक लोग एक साथ बीमार पड़ता देख स्वस्थ्य विभाग हरकत में आया और मामले की गंभीरता से जांच किया गया।
शासकीय स्कूल को अस्थाई अस्पताल बनाया गया
जिला कलेक्टर खुद मौके पर पहुंचे और गांव के शासकीय स्कूल को अस्थाई अस्पताल बनकर मरीजों को भर्ती किया गया। गंभीर मरीजों को स्वास्थ्य केंद्र लोहारा और जिला अस्पताल भेजा गया इस दौरान शुक्रवार 13 अप्रैल को एक 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला बिसाहिन बाई की मौत हो गई, हालांकि डॉक्टर महिला की मौत को डायरिया से नहीं होने का दावा कर रहे हैं।
एसडीएम गांव में निरीक्षण कर रही है- कलेक्टर
मामले में CMHO डॉक्टर से बात करने पर उन्होंने ने कुछ भी बात करने से मना कर दिया। कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने बताया कि वर्तमान में मरीज एक भी नहीं है। आज जिस व्यक्ति की मौत की खबर मिल रही है वह डायबिटीज का मरीज था। एसडीएम लगातार गांव में निरीक्षण कर रही है और मैं कोयलारी गांव में जांच के बाद ही मामले को क्लियर बता पाऊंगा।