आध्यात्मिक गुरु पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- वर्तमान में बुरी दुर्दशा है हिंदुओं की। कुंभकर्ण के बाद कोई सोया है तो हिंदू सोया है। केवल हिंदू, हिंदू कहने से कोई हिंदू नहीं हो जाता है, तिलक लगाने से हिंदू राष्ट्र नहीं बचना है।
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राजस्थान वीरों की भूमि है। महाराणा प्रताप की भूमि है। अब राजस्थान के लोगों को घर से बाहर निकलना पड़ेगा और सनातन हिंदू एकता पद यात्रा को सफल बनाना होगा। तब ही सभी को पता चलेगा कि हम भी कोई चीज़ है।
हमारे तन में जब तक प्राण रहेगा, हम हिंदुओं के लिए बोंलेगे। उनके लिए लडेंगे। हमने विचार कर लिया है कि मंचों से हिंदू राष्ट्र नहीं बनना है। अब हम गांव-गांव जाएंगे, पदयात्रा करके हिंदुओं को जगाएंगे। जो छेड़ेगा, उसे छोड़ेंगे नहीं।
वे बुधवार को हनुमंत कथा में देशभर से आए श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कन्हैया लाल हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा- तुमसे राम के होने के सबूत मांगे गए और तुम चुप रहे। जहां कृष्ण ने जन्म लिया, वहां उनका मंदिर नहीं बनने दे रहे। रामचरितमानस को सरेआम जलाया गया, पालघर में संतों को मारा गया। राजस्थान में कन्हैया लाल नाम के दर्जी को छुर्रा घोंपकर मारा गया। तुम चुप हो। तुम्हारें मंदिरों को वो तोड़ते है और तुम चुप हो। हम हिंदू-मुसलमान नहीं करते, हम तो सिर्फ हिंदू-हिंदू करते है।
हनुमंत कथा में शामिल होने के लिए देशभर से श्रद्धालु पहुंचे है।
श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा- मक्का-मदीना में हमारे हिंदुओं की दुकानें लगवा दीजिए। इतना ही भाईचारा है। अब वो हिंदू नहीं है, जिसे तुम छड़ोगे तो डर कर भाग जाएगा। अब अगर हमें कोई छड़ेगा तो हम छोड़ेंगे नहीं।
हम अपने लिए नहीं जी रहे है, अपने प्राणों की बाजी हम लगाए है, ताकि तुम्हारी बहन-बेटियों को कोई उठाकर लव जिहाद में नहीं ले जाए।
उन्होंने कहा- हमारे मंच पर नेता, अभिनेता सब आ जाते हैं, लेकिन पीछे बैठे लोग केवल ताली ही बजाते रह जाते हैं। कथा में मंच पर वे लोग आते हैं, जिन्हें कथा से कोई मतलब नहीं होता है। लेकिन कथा से क्या मतलब निकलेगा, ये सोच ज़रूर होती है। इसी का अर्थ प्रसिद्धि पाना है, लेकिन लोग तुम्हें जाने या ना जानें, हनुमान जी ने तुम्हें जान लिया तो किसी प्रसिद्धि की जरूरत नहीं है, उनसे ही कल्याण हो जाएगा।
उन्होंने कहा- तुम तो कथा में बैठे हो, लेकिन कथा का तुम्हारे भीतर बैठना जरूरी है। प्रसिद्धि मिलेगी सिद्धि से, सिद्धि मिलेगी हनुमान जी की कृपा से और हनुमान जी की कृपा कथा में मिलेगी, इसलिए कथा में आना चाहिए।
कथा शुरू करने से पूर्व पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन किया।
कथा स्थल पर पहुंचने से पूर्व पंडित धीरेंद्र शास्त्री चार्टर प्लेन से हमीरगढ़ एयर स्ट्रीप पहुंचे, जहां हनुमान टेकरी के महंत काठिया बाबा द्वारा अगवानी की गई। शास्त्री ने बाबा के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। इस दौरान एयर स्ट्रिप पर बड़ी संख्या में स्वागत समिति के पदाधिकारी व अन्य लोग मौजूद रहे। जिन्होंने पंडित शास्त्री का पुष्पमाला और जयकारों के साथ स्वागत किया।
VVIP होंगे कथा में शामिल
कथा समिति की ओर से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी व डॉ. प्रेमचंद बैरवा, चित्तौड़गढ़ सांसद एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी आदि को आमंत्रित किया गया है।
आयोजन में भीलवाड़ा सांसद दामोदर अग्रवाल, विधायक अशोक कोठारी एवं नगर निगम महापौर राकेश पाठक अतिथि के तौर पर शामिल होंगे।
1000 पुलिसकर्मी तैनात, ड्रोन से होगी निगरानी
जिला कलेक्टर नामित मेहता ने बताया- आयोजन बड़ा है, काफी भीड़ होने की संभाना है। ऐसे में प्रशासनिक व्यवस्था भी रहेगी। टीमें लगातार मॉनिटरिंग करेंगी।
एसपी धर्मेंद्र सिंह ने बताया- आयोजन को लेकर कानून व्यवस्था सख्त रहेगी। कथा-स्थल और महत्वपूर्ण पॉइंट पर 1000 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। आईपीएस से लेकर एएसआई स्तर तक के 50 से ज्यादा अधिकारी और 950 पुलिसकर्मी आयोजन स्थल और इसके आसपास एरिया में तैनात रहेंगे।
उदयपुर रेंज और आसपास के जिलों से करीब 400 पुलिसकर्मी बुलाए गए हैं।
पुलिस लगाातर गश्त करेगी। ड्रोन और सीसीटीवी से पूरे क्षेत्र पर नजर रखी जाएगी। फायर ब्रिगेड व एंबुलेंस की व्यवस्था कथा-स्थल पर ही रहेगी। यहां किसी तरह की भगदड़ या अप्रिय घटना की गुंजाइश नहीं है। चारों तरफ से खुला एरिया है और आने-जाने के लिए 6 एंट्री पॉइंट हैं।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री के अस्थाई आवास से कथा स्थल तक आने वाले रास्ते पर पुलिस जाप्ता रहेगा।