सड़क पर घुटनों के बल बैठे बर्खास्त शिक्षक।
राजधानी रायपुर में पिछले 100 दिनों से प्रदर्शन कर रहे बीएड डिग्रीधारी बर्खास्त शिक्षकों ने बिलासपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले घुटनों के बल सड़क पर प्रदर्शन किया। शुक्रवार को उन्होंने रैली निकालकर समायोजन की मांग को लेकर जमकर नारेबा
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इस रैली को बर्खास्त शिक्षकों ने न्याय गुहार यात्रा का नाम दिया। इसके चलते शहर की ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ गई, जिस चौक से रैली निकली वहां जाम की स्थिति बनी रही। रैली की वजह से लोग परेशान होते रहे।
दरअसल, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राज्य शासन ने प्रदेश के करीब 3000 बीएड डिग्रीधारी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है। अपनी बर्खास्तगी आदेश के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है।

बर्खास्त शिक्षकों की रैली से जगह-जगह जाम लग गया था
जिस चौक से गुजरी रैली, वहां लगा जाम
नेहरू चौक तक निकली शिक्षकों की यह रैली शहर के प्रमुख और व्यस्तम मार्गों से होकर गुजरी। शिक्षकों की कतार करीब 500 मीटर लंबी थी। रैली गांधी चौक से शिव टॉकिज चौक, पुराना बस स्टैंड, इमलीपारा, वृहस्पति बाजार होते हुए नेहरू चौक पहुंची।
इसके चलते शाम को पुराना हाईकोर्ट रोड से शिव टॉकिज के बीच रैली निकलते ही जाम लग गया। जिससे लोग परेशान होते रहे। पुराना बस स्टैंड में भी रैली गुजरते ही सभी सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई, जिसे क्लियर होने में एक घंटा से ज्यादा समय लगा।
इमलीपारा होते हुए जैसे ही रैली पुलिस लाइन पहुंची सत्यम चौक, मसानगंज रोड, वृहस्पति बाजार रोड, ईदगाह चौक समेत सभी रूटों पर वाहन सवार जाम में फंस गए।
नेहरू चौक पर घुटनों पर बैठकर किया प्रदर्शन
रैली जैसे ही नेहरू चौक पहुंची। सभी शिक्षक घुटनों के बल सड़क पर बैठ गए। करीब 30 मिनट तक महिला-पुरुष सभी शिक्षक सड़क पर डटे रहे। इस दौरान पुलिस अफसरों ने उन्हें समझाइश देने का प्रयास किया। लेकिन, शिक्षक अपनी एकसूत्रीय समायोजन की मांग को पूरा कराने पर अड़े रहे।
प्रशासन और पुलिस की समझाइश के बाद शिक्षक उठे। इस दौरान नेहरु चौक में भी चारों तरफ जाम की स्थिति बनी रही। इस रैली के चलते शहर की ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त रही।

आंदोलनकारी शिक्षकों को समझाइश देते रहे अफसर।
समिति की रिपोर्ट अब तक नहीं आई
बर्खास्त सहायक शिक्षक इस समय अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। निकाय चुनाव की आचार संहिता से पहले हुए आंदोलन को मिलाकर करीब 100 दिनों से ज्यादा का समय इनके प्रदर्शन को हो चुका है।
इनकी मांगों को लेकर सरकार ने एक उच्च स्तरीय कमेटी भी बना दी है। लेकिन, कमेटी की रिपोर्ट अब तक नहीं आई है, जिसके विरोध में बिलासपुर में न्याय की गुहार नाम से बड़ी रैली निकाली।