रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ छात्र संगठन एनएसयूआई (NSUI) ने अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। कुलपति राजेश वर्मा की गाड़ी पर कार्यकर्ताओं ने बेशरम के पौधों के गमले रखकर अपनी नाराजगी जताई।
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प्रदर्शनकारी छात्र कुलपति को बेशरम के पौधे भेंट करने जा रहे थे, लेकिन सुरक्षा में तैनात पुलिस जवानों ने उन्हें कुलपति से मिलने नहीं दिया। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी पर बेशरम पौधों के गमले रख दिए।
दरअसल, महिला अधिकारी से छेड़छाड़ के आरोपों के बाद रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय का माहौल गर्माया हुआ है। आरडीवीवी के कुलपति प्रोफेसर राजेश वर्मा पर महिला असिस्टेंट रजिस्ट्रार ने छेड़छाड़ और अशोभनीय टिप्पणी करने का आरोप लगाया है।
महिला अधिकारी के आरोपों और कुलपति को अयोग्य बताते हुए NSUI लगातार आंदोलन कर रहा है। छात्र संगठन ने कुलपति को पद से हटाने और विश्वविद्यालय में धारा 52 लागू करने की मांग की है।
विश्वविद्यालय में अनियमितताओं की जांच की मांग
NSUI के सदस्य अनुराग शुक्ला ने कहा कि विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर लगातार शिकायतें की जा रही हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने विश्वविद्यालय में धारा 52 लागू करने और कुलपति के खिलाफ जांच तेज करने की मांग की है।
ये है धारा 52
धारा 52 के तहत, राज्य सरकार को ये अधिकार होते हैं:
- विश्वविद्यालय के प्रशासन में सुधार लाने के लिए अधिनियम के प्रावधानों को संशोधित करने का अधिकार
- संस्थागत हितों की रक्षा के लिए अधिनियम के प्रावधानों का इस्तेमाल करने का अधिकार
- धारा 52 के तहत, कुलपति की सारी शक्तियां छीन ली जाती हैं और नए कुलपति की नियुक्ति की जाती है.
- राज्य सरकार को किसी विश्वविद्यालय में अव्यवस्था, भ्रष्टाचार, आर्थिक अनियमितता, या संचालन में लापरवाही पाए जाने पर कुलपति को बर्खास्त करने का अधिकार होता है.