दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर की जीएम नीनु इटियेरा मंगलवार को कोरबा प्रवास पर पहुंचीं थीं। इस दौरान एक प्रतिनिधि मंडल ने यात्री ट्रेनों की लेटलतीफी से होने वाली परेशानियों को उनके समक्ष रखते हुए ट्रेन समय पर चलाने की मांग की थी जिसके बाद से असर दि
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जिन गाड़ियों में सफर के दौरान यात्रियों को अधिक परेशानी हो रही थी उनकी चाल में सुधार आ गया है। हसदेव एक्सप्रेस जो रात के समय अक्सर 2 से 5 घंटे तक विलंब रहती थी वह 5 दिन में एक दिन 25 मिनट की देरी से पहुंची थी। शेष दिन यह गाड़ी अपने समय से 5 मिनट आगे पीछे कोरबा पहुंचने में सफल रही। बिलासपुर से शाम को छूटकर कोरबा आने वाली मेमू लोकल हमेशा रात 11 बजे के आसपास पहुंच रही थी यह गाड़ी भी अपने समय पर दौड़ने लगी है। इसका फायदा सफर करने वाले यात्रियों को मिलने लगा है।
रवि व बुध को समय पर आई हसदेव हसदेव एक्सप्रेस का प्राइमरी मेंटनेंस सप्ताह में दो दिन रविवार व बुधवार को गोंदिया में कराया जाता है जिसके कारण ट्रेन रायपुर से कोरबा के लिए समय पर रवाना नहीं हो पाती थी। जिस कारण 4 से 5 घंटे तक तक विलंब होती रही। बीते रविवार व सोमवार को भी यह गाड़ी 3 व 23 मिनट की देरी से यहां पहुंची थी। इससे माना जाने लगा है कि जीएम नीनु इटियेरा लंबी दूरी की नहीं, बल्कि सभी पैसेंजर ट्रेनों को भी समय पर चलाने के लिए कटिबद्ध है जिसका परिणाम अब सामने आ रहा है।