मुंबई6 मिनट पहले
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इससे पहले 3 मई को हुई सुनवाई बॉम्बे हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा था।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल की अंतरिम मेडिकल बेल पर आज यानी 6 मई को फैसला सुनाया जाएगा। इससे पहले 3 मई को हुई सुनवाई बॉम्बे हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा था।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गोयल की मेडिकल के आधार पर मांगी गई जमानत का विरोध किया है। साथ ही कहा था कि प्राइवेट अस्पताल में उनका रहना एक महीने के लिए बढ़ाया जा सकता है।
केनरा बैंक से धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार हुए थे गोयल
गोयल पर केनरा बैंक के साथ 538 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है। ED ने कथित बैंक धोखाधड़ी के सिलसिले में पिछले साल एक सितंबर को नरेश गोयल को गिरफ्तार किया था। नरेश की पत्नी अनीता गोयल को पिछले साल नवंबर में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उनकी उम्र और हेल्थ को देखते हुए उन्हें जमानत दे दी गई थी।
तीन पॉइंट में पूरा मामला समझें:
- जेट एयरवेज को 848.86 करोड़ रुपए की क्रेडिट लिमिट और लोन दिया गया था, जिसमें से 538.62 करोड़ रुपए बकाया हैं। ये अकाउंट 29 जुलाई 2021 में फ्रॉड घोषित किया गया था।
- CBI ने 5 मई को गोयल के मुंबई स्थित ऑफिस सहित 7 ठिकानों की तलाशी ली थी। नरेश गोयल, पत्नी अनीता और जेट एयरवेज के निदेशक रहे गौरांग शेट्टी के घर पर भी छापे पड़े थे।
- CBI की FIR के आधार पर ED ने 19 जुलाई को मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। तब ED ने भी गोयल और उनके साथियों के ठिकानों पर छापेमारी कर तलाशी ली थी।
गोयल की पत्नी के पास कुछ ही महीनों का समय: वकील
3 मई को हुई सुनवाई में गोयल ने उनके और उनकी पत्नी अनीता गोयल के कैंसर पेशेंट होने का हवाला देते हुए पिछले सप्ताह मेडिकल ग्रांउड पर अंतरिम जमानत मांगी थी। इससे पहले फरवरी में स्पेशल कोर्ट ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया था, लेकिन इलाज की छूट दी थी। बाद में गोयल ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी।
जमानत की मांग करते हुए नरेश के वकील हरीश साल्वे ने कहा गोयल पर लगे आरोप गंभीर हैं, लेकिन उनकी पत्नी कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं और उनके पास कुछ महीनों का समय बचा है। ऐसे में ह्यूमन बेसिस पर गोयल को पत्नी के साथ उनके अंतिम समय में रहने दिया जाए।
बैंक का आरोप- पैसों की हेराफेरी की गई
केनरा बैंक ने आरोप लगाया था कि जेट एयरवेज की फोरेंसिक ऑडिट में पाया गया कि जेट ने अपने से जुड़ी कंपनियों यानी ‘रिलेटेड कंपनियों’ को 1,410.41 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। ऐसा कंपनी के अकाउंट से पैसा निकालने के लिए किया गया।
गोयल परिवार के पर्सनल खर्च- जैसे स्टाफ की सैलरी, फोन बिल और व्हीकल एक्सपेंस, सब जेट एयरवेज से ही होते थे। गोयल ने 1993 में जेट एयरवेज की स्थापना की थी। 2019 में एयरलाइन चेयरमैन पद छोड़ दिया था।
अप्रैल 2019 से बंद है जेट एयरवेज
जेट एयरवेज एक समय भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइंस में से एक थी और एयरलाइन को साउथ एशियाई देशों की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइन का दर्जा हासिल था। फिर कर्ज में दबे होने के कारण जेट एयरवेज 17 अप्रैल 2019 में ग्राउंडेड (संचालन बंद) हो गई थी।

जून 2021 में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के बैंकरप्सी रेजोल्यूशन प्रोसेस के तहत जालान-कालरॉक (Jalan-Kalrock) कंसोर्टियम ने जेट एयरवेज की बोली जीत ली। इसके बाद से जेट के रिवाइवल की प्रोसेस चल रही है, लेकिन अब तक एयरलाइन शुरू नहीं हो पाई है।
ये कंसोर्टियम मुरारी लाल जालान और कालरॉक कैपिटल की जॉइंट कंपनी है। जालान दुबई बेस्ड बिजनेसमैन हैं। वहीं, कालरॉक कैपिटल मैनेजमेंट लिमिटेड फाइनेंशियल एडवाइजरी और ऑल्टरनेटिव एसेट मैनेजमेंट के क्षेत्र में काम करने वाली लंदन बेस्ड ग्लोबल फर्म है।
