भागलपुर पुलिस ने कुख्यात 50 हजार के इनामी दशरथ महतो को गिरफ्तार कर लिया है। गुरुवार देर शाम पुलिस ने प्रेस वार्ता कर बताया कि भागलपुर पुलिस ने छत्तीसगढ़ से कुख्यात दशरथ को धर दबोचा है, जिसको लेकर भागलपुर पुलिस की ओर से लगातार छापेमारी की जा रही थी। द
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पुलिस के मुताबिक, दशरथ पर हत्या, चोरी समेत दंगा जैसे कांड दर्ज हैं। दशरथ महतो भागलपुर पुलिस के टॉप 10 के लिस्ट में भी शामिल था। पुलिस उपमहानिरीक्षक की ओर से दशरथ पर 50 हजार का इनाम भी रखा गया था।
गिरफ्तारी के लिए गठित की गई थी विशेष टीम
इसकी गिरफ्तारी के लिए भागलपुर पुलिस की टीम सीडीपीओ कहलगांव के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था। इसमें डीआईयू प्रभारी इंस्पेक्टर रणजीत की अहम भूमिका रही है, जो कि लगातार दशरथ महतो की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रहे थे।
इसी कड़ी में टीम को कुछ ऐसी पुख्ता जानकारी मिली कि छत्तीसगढ़ के रायपुर से दशरथ महतो को गिरफ्तार कर लिया गया। छत्तीसगढ़ कोर्ट से ट्रांजिट डिमांड लेकर भागलपुर लाया गया और इसके बाद भागलपुर के व्यवहार न्यायालय के समक्ष उपस्थित कराने के बाद जेल भेज दिया जाएगा।
बढ़िया पुलिस पदाधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि एक महत्वपूर्ण से ही टॉप 10 के चार अपराधियों को भी छापेमारी कर गिरफ्तार किया गया है।
पड़ोसी की पीट-पीटकर की थी हत्या
दशरथ महतो अपने दो भाई के साथ मिलकर पड़ोसी धर्मवीर महतो को गाली गलौज करते हुए मारपीट की थी, जिसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हुए थे। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। मृतक के मां यशोदा देवी के लिखित आवेदन पर कहलगांव थाना में मामला दर्ज किया गया था। हत्या मामले में दशरथ मांझी फरार चल रहा था।
बताया जा रहा है कि वारदात को अंजाम देने के बाद दशरथ मांझी अपना प्रदेश छोड़कर फरार हो गया था। गिरफ्तारी के डर से छत्तीसगढ़ में मजदूरी कर भरण-पोषण करता था। इधर, मृतक के मां ने आरोप लगाया था कि पड़ोसी दशरथ महतो के खेत में पुत्र ने शौच कर दिया था। इसी के विवाद को लेकर अपने भाई दशरथ महतो, विकेश महतो और अक्षय कुमार महतो के साथ घर में घुसकर मारपीट की थी, जिसमें मेरा बेटा गंभीर रूप से जख्मी हो गया था और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।