3 महीने पहले इंदौर के कारोबारी के साथ हुई 4.85 करोड़ रुपए की ऑनलाइन धोखाधड़ी में क्राइम ब्रांच को दुबई के रुबल की तलाश है।
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इंदौर क्राइम ब्रांच की टीम ने इस मामले में हाल ही में पांचवें आरोपी हिरेन पटेल को गिरफ्तार कर लिया है। हिरेन पटेल से पूछताछ में पता चला कि उसने 50 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन दुबई में बैठे रुबल को किया है। रुबल से आरोपी का क्या कनेक्शन है? इसकी पूछताछ जारी है।
क्राइम ब्रांच को यह जानकारी भी मिली है कि जिस बैंक खाते में 50 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया है, वो पंजाब में है। संभावना है कि रुबल पंजाब का रहने वाला है।

हाल ही में इंदौर क्राइम ब्रांच ने हिरेन पटेल को पकड़ा है। उसी से पूछताछ में रुबल का नाम सामने आया है।
मुख्य रोल रुबल का ही नजर आ रहा क्राइम ब्रांच के एडीशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि हिरेन से पूछताछ में पता चला है कि उसने 30 लाख आरटीजीएस और 20 लाख अलग-अलग तरीके से दुबई में रहने वाले रुबल के खाते में ट्रांसफर किए हैं। यह खाता पंजाब में है, लेकिन रुबल दुबई से इसे ऑपरेट करता है। उसके खिलाफ एलओसी भी जारी की जाएगी। इसके बाद और भी इंवेस्टिगेशन के पार्ट हैं, उनमें कार्रवाई की जाएगी।
हिरेन से पूछताछ में यह भी पता चला है कि वह रुबल को जानता है और फोन के माध्यम से जुड़ा हुआ था। हिरेन का काम खाते से पैसा ट्रांसफर करना होता था। इसका उसे कमीशन मिलता था। संभावना है कि रुबल का खाता पंजाब का है, तो वह वहीं का रहने वाला है। मुख्य आरोपी रुबल है या नहीं? यह अभी साफ तौर पर तो नहीं कहा जा सकता है, लेकिन मुख्य रोल रुबल का ही नजर आ रहा है।
अब तक ये आरोपी हो चुके गिरफ्तार
- आर्यन गुप्ता, निवासी नागपुर
- मोहम्मद फैज, निवासी मोटी नगर, रायपुर (छत्तीसगढ़)
- मोहम्मद आमिर, निवासी लैंड नगर, नागपुर (महाराष्ट्र)
- सोहेल खान, निवासी सूरत
- हिरेन पटेल, निवासी अंकलेश्वर, भरूच (गुजरात)
बदमाशों ने इस तरह की थी वारदात
एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि यह एक ऑनलाइन ट्रेडिंग स्कैम था। फॉरेक्स मार्केट में इन्वेस्टमेंट और चार गुना मुनाफा दिलाने के नाम पर फ्रॉड हुआ था।
व्यापारी को वॉट्सऐप ग्रुप में एक मैसेज आया। मैसेज में बताया कि हम आपको प्रॉफिट दिलाएंगे। उनको एम स्टॉक मैक्स (Mstock Max) के नाम से लिंक भेजी। लिंक से एक मोबाइल ऐप उनके मोबाइल में डाउनलोड हो गया। उन्होंने ट्रायल के लिए कुछ पैसा लगाया, जो उन्हें 4 गुना मुनाफे के साथ ऐप में दिखाई देने लगा था। व्यापारी को विश्वास हुआ, तो बदमाशों ने उन्हें ज्यादा पैसा लगाने को कहा।
इस पर व्यापारी 4 करोड़ 50 लाख रुपए लगा दिए। जब उन्होंने पैसा निकालना चाहा, तो बदमाशों ने कहा कि हमें कमीशन, जीएसटी चार्जेस देना होंगे। इस पर उनके 30 से 35 लाख रुपए और चले गए। व्यापारी के साथ कुल मिलाकर 4 करोड़ 85 लाख रुपए का फ्रॉड हुआ था।
क्राइम ब्रांच की एडवाइजरी
- अच्छे मुनाफे के लालच में शेयर एडवाइजरी कंपनी की विश्वसनीयता की जांच किए बिना कभी भी इन्वेस्टमेंट न करें।
- ट्रेडिंग के लिए सेबी द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों और नियमों का पूरा ध्यान रखें।
- अपने ट्रेडिंग डीमेट अकाउंट के आईडी-पासवर्ड अनजान व्यक्ति से साझा न करें।
- सोशल मीडिया ग्रुप में दिखाए गए लुभावने ऑफर्स के लालच में आकर किसी भी लिंक पर क्लिक न करें।
- फर्जी लिंक के माध्यम से प्राप्त APK सॉफ्टवेयर को भी डाउनलोड न करें।
- फ्रॉड होने पर तत्काल नजदीकी थाने या NCRP पोर्टल/1930 पर कॉल या क्राइम ब्रांच पुलिस की साइबर हेल्पलाइन पर कॉल करें।
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आरोपी को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार, नाम बदलकर 250 किमी दूर रह रहा था
इंदौर क्राइम ब्रांच ने फ्रॉड केस में हिरेन पटेल (37) निवासी अंकलेश्वर, जिला भरूच (गुजरात) को गिरफ्तार किया है। वह कसोल गांव में अपना नाम बदलकर नरेंद्र पटेल के नाम से रह रहा था, जो इसके घर से 250 किमी दूर है। वह एक या दो दिन के लिए घर आता था, बाकी समय वहीं रहता था। पूरी खबर पढ़िए