37 मिनट पहले
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दिवंगत संजय कपूर की 30 हजार करोड़ की वसीयत से पूर्व पत्नी करिश्मा कपूर के बच्चों को वंचित रखा गया है। इस मामले में बच्चों ने दिल्ली हाईकोर्ट का रुख कर प्रॉपर्टी में हिस्सा मांगा है। सोमवार को मामले की सुनवाई हुई, जिसमें बच्चों की पैरवी कर रहे वकील ने कहा कि संजय कपूर की वसीयत फर्जी है, जिसे जानबूझ कर ऐसा बनाया गया है, जिससे करिश्मा के बच्चों को कुछ न मिले।
सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई हुई। इस दौरान करिश्मा के बच्चों की तरफ से केस लड़ रहे वकील महेश जेठमलानी ने कहा कि संजय कपूर की तीसरी पत्नी प्रिया सचदेव ने जानबूझकर, करिश्मा के बच्चों को प्रॉपर्टी से वंचित रखा गया। उन्होंने कहा कि वसीयत में काफी चीजें छिपाई गई हैं, जिसमें संजय कपूर का तक नाम दर्ज नहीं है।
उन्होंने वसीयत में गलतियां दिखाते हुए कहा, संजय कपूर की बेटी समायरा का पता गलत लिखा गया है और बेटे कियान के नाम की स्पेलिंग भी बार-बार गलत लिखी गई है। संजय कपूर का बच्चों के साथ काफी गहरा रिश्ता था, अगर उन्होंने खुद वसीयत लिखी होती, तो वो बच्चों का नाम गलत नहीं लिखते। न ही वो अपनी बेटी का पता गलत लिखते। आज यानी मंगलवार को इस मामले की सुनवाई जारी रहेगी।
जानें क्या है पूरा मामला?
12 जून 2025 में करिश्मा कपूर के पूर्व पति संजय कपूर का निधन हुआ था। उनके निधन के बाद मां ने दावा किया कि संजय की पत्नी प्रिया सचदेव ने गैरकानूनी ढंग से पूरी प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लिया और उन्हें पूरी तरह से बेटे के बिजनेस से अलग कर दिया है।
कुछ समय बाद करिश्मा कपूर के बच्चों कियान और समायरा ने पिता संजय कपूर की 30 हजार करोड़ की प्रॉपर्टी में हिस्सा मांगा। कोर्ट ने प्रिया को संजय कपूर की वसीयत पेश करने के आदेश दिए, लेकिन प्रिया के वकील ने इसे सार्वजनिक न करने की मांग करते हुए बंद लिफाफे में वसीयत कोर्ट में पेश की।
करिश्मा के बच्चों ने आरोप लगाए कि उनके पिता की संपत्ति में उनका हक है, लेकिन उन्हें वसीयत दिखाई ही नहीं गई। आरोप ये भी हैं कि उनकी सौतेली मां प्रिया कपूर ने नकली वसीयत तैयार की है, जिससे वह पूरी संपत्ति पर पूरा कंट्रोल पाना चाहती हैं। इस नकली वसीयत में कियान और समायरा का कहीं जिक्र नहीं है।
