भंवर जितेंद्र सिंह, पटवारी ने बैठक में बनाई रणनीति
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स्वतंत्रता दिवस के बाद मप्र कांग्रेस के नेता जनहित के मुद्दों को लेकर स्ट्रीट फाइटर के रूप में नजर आएंगे। जनता की छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर ब्लॉक व जिलास्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर संघर्ष करते दिखाई देंगे। राज्य सरकार के भ्रष्टाचार के मुद्दों को कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर उठाएगी। कांग्रेस हाईकमान ने कहा है कि वह राज्य में ऐसे मुद्दे तलाशें, जिन्हें केंद्र स्तर पर उठाया जा सके।
प्रदेशस्तर से लेकर जिला स्तर तक धरना, प्रदर्शन, पार्टी की बैठकों का हर महीने का कैलेंडर बनेगा, इसके हिसाब से कांग्रेस अपने नेताओं, कार्यकर्ताओं को सक्रिय रखेगी। दो दिन पूर्व दिल्ली में हुई आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के साथ मप्र के प्रभारी महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह और प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी की बैठक के बाद यह रणनीति बनाई गई है।
कांग्रेस अब डेम फूटने को भी मुद्दा बनाने की तैयारी में
कांग्रेस ने पिछले एक-डेढ़ दशक में जो भी काम हुए, उनमें कमियां ढूंढ़ने और उसे मुद्दा बनाने की भी तैयारी है। पिछले दिनों पेपर लीक, नर्सिंग घोटाले से उत्साहित कांग्रेस अब डेम फूटने को भी मुद्दा बनाने की तैयारी में है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने भी मप्र में कांग्रेस की सक्रियता बढ़ाने को लेकर पीसीसी अध्यक्ष से बातचीत की है।
महाकाल लोक निर्माण में भ्रष्टाचार, दूसरे घोटालों पर प्रदर्शन
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक अगले 15 दिन के भीतर कांग्रेस प्रदेश में 4 बड़े आंदोलन करने जा रही है। इसकी शुरुआत 16 अगस्त को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के गृह जिले उज्जैन से होने जा रही है। उज्जैन में महाकाल लोक निर्माण में भ्रष्टाचार, जलजीवन मिशन में फर्जीवाड़े, नर्सिंग घोटाले, नीट एग्जाम, दलित और आदिवासियों के उत्पीड़न के मुद्दे पर यह प्रदर्शन होगा।
प्रदर्शन के लिए शुक्रवार को पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष अरुण यादव, पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा समेत सभी प्रमुख कांग्रेस नेता उज्जैन पहुंच रहे हैं। 22 अगस्त को भोपाल में कांग्रेस सेबी प्रमुख माधवी शाह और अडानी को लेकर हिंडनबर्ग के खुलासे मामले पर बड़ा प्रदर्शन करेगी।
28 अगस्त को भोपाल में ही महिला मोर्चा की ओर से प्रदेश में बढ़ते महिला अपराध और लाड़ली बहनों से वादाखिलाफी को लेकर प्रदर्शन की तैयारी है। 30 अगस्त को एनएसयूआई की अगुआई में एक बार फिर भोपाल में नर्सिंग घोटाले, नीट परीक्षा विवाद, पेपर लीक और लंबित भर्ती परीक्षाओं को लेकर प्रदर्शन किया जाएगा। कांग्रेस ने अपने सभी हारे हुए प्रत्याशियों से लेकर सभी विधायकों को स्थानीय स्तर पर जनता की समस्याओं के मुद्दों की लिस्ट बनाने और उनका ब्यौरा जुटाने के निर्देश दिए हैं।