प्रदेश में चल रही एसआईआर प्रक्रिया की अवधि तीन महिने बढ़ाने की मांग को लेकर आज कांग्रेस नेता निर्वाचन आयोग के दफ्तर पहुंचे, वरिष्ठ नेता सत्यनारायण शर्मा, पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, जिलाध्यक्ष श्री कुमार मेनन की अगुवाई में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने मु
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि मनरेगा के काम बंद होने से बिलासपुर, मुंगेली, जांजगीर-चांपा, जशपुर, बस्तर समेत कई जिलों से लोग रोजगार की तलाश में राज्य से बाहर पलायन कर चुके हैं। उनके लौटने और SIR प्रक्रिया पूरी करने में समय लगेगा। इसके अलावा बस्तर के 600 नक्सल प्रभावित गांवों के लोग वर्षों पहले अपना गांव छोड़कर तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में बस चुके हैं। कांग्रेस का कहना है कि इतने कम समय में उनका SIR पूरा कराना संभव ही नहीं है, इसलिए आयोग को जमीनी वास्तविकता समझकर समय सीमा बढ़ानी चाहिए।

निर्वाचन आयोग के दफ्तर पहुंचा कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल
50% से कम लोगों ने जमा किए फॉर्म, आयोग की 97% वाली बात गलत
पूर्व विधायक विकास उपाध्याय का कहना है कि SIR शुरू हुए 26 दिन बीत चुके, लेकिन अभी तक 50% से कम लोग ही अपने फॉर्म जमा कर पाए हैं। ऐसी स्थिति में बचे हुए दिनों में प्रक्रिया पूरी कर पाना असंभव है। कांग्रेस ने आयोग के उस दावे पर भी सवाल उठाया है, जिसमें कहा गया है कि 97% फॉर्म जमा हो चुके हैं। कांग्रेस का कहना है कि—”हकीकत यह है कि कई घरों तक अभी तक फॉर्म पहुंचे भी नहीं हैं।”

कांग्रेस ने एसआईआर की अवधि तीन महीने बढ़ाने की रखी है मांग
चुनाव में 3 साल बाकी हैं, इतनी जल्दबाजी क्यों?
कांग्रेस ने कहा कि विधानसभा चुनाव में अभी 3 साल बाकी हैं, इसलिए मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण को सिर्फ एक महीने में निपटाना व्यावहारिक नहीं।यदि अवधि बढ़ाकर 3 महीने कर दी जाए, तो लोगों को दस्तावेज जमा करने का पर्याप्त समय मिल सकेगा और मतदाता सूची अधिक सटीक बन पाएगी। कांग्रेस इन्हीं मांगों को लेकर निर्वाचन आयोग के दरवाज़े पर दस्तक देगी।
