कल तक तूफान फेंगल का असर, झारखंड में इस माह चलेगी शीतलहर
रांची सहित झारखंड में अगले दो दिनों तक चक्रवर्ती तूफान फेंगल का असर रहेगा। आसमान में बादल छाए रहेंगे लेकिन रात का तापमान बढ़ेगा। इस वजह से ठंड से कुछ राहत मिलेगी लेकिन 4 दिसंबर से तापमान में लगाकर गिरावट आएगी। 15 दिसंबर तक न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से
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दिसंबर के अंत तक न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस पहुंचने की संभावना है। कांके का पारा इससे भी काम हो सकता है। ऐसे में माह के अंत तक रांची में शीतलहर चलने की संभावना है। नए वर्ष का स्वागत कड़ाके की ठंड से हो सकता है। इस दौरान बंगाल की खाड़ी में कोई नया सिस्टम बना और पश्चिमी विक्षोभ का असर रहा तो बारिश भी होगी। हालांकि अभी तक कोई नया सिस्टम बनने की संभावना नहीं दिख रही है।

फेंगल तूफान का असर जैसे-जैसे कम होगा, ठंड बढ़ेगी।
7 दिसंबर तक सुबह में रहेगा कोहरा
मौसम विभाग ने अगले एक सप्ताह का मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। 2 दिसंबर की सुबह कोहरा और धुंध रहेगा। फेंगल तूफान के असर से बादल छाया रहेगा। अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 15 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। 3 दिसंबर को भी बादल छाया रहेगा। इसके बाद अधिकतम और न्यूनतम तापमान बढ़ेगा। यह क्रमश: 24 डिग्री और 16 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। इसके बाद 7 दिसंबर तक सुबह में कोहरा छाया रहेगा। 4 दिसंबर को अधिकतम तापमान 27 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री रहने के आसार हैं।

पिछले 5 साल के सबसे कम तापमान का टूट सकता है रिकॉर्ड रांची में पिछले पांच सालों में सबसे कम तापमान 2019 में 4.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। इसके बाद 2021 में न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। कोरोना के समय 2020 में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक गया था।
2022 में न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री और 2023 में 8 डिग्री तक गया था। लेकिन इस साल पांच साल का रिकॉर्ड टूट सकता है। रांची का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक और कांके का 3 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।

राज्य के अधिकांश जिले में कुहासा देखने को मिल रहा है।
रांची में दिसंबर में होती है बारिश रांची में दिसंबर माह में बारिश का रिकॉर्ड भी है। बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम बना और पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखा तो इस बार भी बारिश हो सकती है। पिछले पांच सालों में सबसे अधिक बारिश 2019 में 25.1 एमएम हुई थी।
2020 में मात्र 0.9 एमएम, 2021 में 19.1 एमएम और 2022 में दिसंबर माह में बारिश नहीं हुई थी। इस माह बारिश हुई तो न्यूनतम तापमान काफी नीचे जा सकता है। हालांकि, जिस वर्ष नवंबर दिसंबर में बारिश नहीं होती है उस वर्ष न्यूनतम तापमान बहुत अधिक नीचे नहीं जाता है।

