Cold wave likely in many parts of Jharkhand | ​​​​​​​झारखंड के कई हिस्से में शीत लहर चलने की संभावना: कल कई जिलों में गिरेगा न्यूनतम तापमान, पिछले 24 घंटे में सबसे ठंडा रहा खूंटी – Ranchi News

झारखंड में अब रोजाना ही ठंड में वृद्धि दर्ज की जा रही है। हिमालय से आने वाली उत्तरी ठंडी हवाओं के असर से राज्य के कई हिस्सों में तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, 15 नवंबर को कई जिलों का न्यूनतम तापमान 8-9 डिग्री सेल्सियस

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वहीं, शुक्रवार को गढ़वा, पलामू, चतरा, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा और इनके निकटवर्ती मध्य क्षेत्रों में कहीं-कहीं शीत लहर चलने की संभावना है।

सुबह में कोहरा या धुंध और बाद में आसमान मुख्यत साफ एवं मौसम शुष्क रह सकता है।

यहां तापमान में होगी गिरावट

शनिवार को जिन जिलों में न्यूनतम तापमान 8-9 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है, उसमें कोडरमा, चतरा, गढ़वा, लातेहार, लोहरदगा, पलामू, रामगढ़, हजारीबाग, रांची, खूंटी और गुमला शामिल है।

बोकारो में ठंड से बचाव के लिए कंबल की बिक्री तेज हो गई।

बोकारो में ठंड से बचाव के लिए कंबल की बिक्री तेज हो गई।

ठंडी हवाओं से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह

मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सतर्क रहने और सुबह-शाम के समय ठंडी हवाओं से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी है।

पश्चिमी हिस्सों में शीत लहर जैसी स्थिति बनी

पिछले 24 घंटे में राज्य में मौसम शुष्क रहा। राज्य के पश्चिमी हिस्सों में कहीं-कहीं लगभग शीत लहर जैसी स्थिति बनी। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस चाईबासा में जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 8.1 डिग्री सेल्सियस खूंटी में दर्ज की गई।

मंदिरों में विराजित ‎देवी-देवताओं को गर्म वस्त्र पहनाए जा रहे हैं।

मंदिरों में विराजित ‎देवी-देवताओं को गर्म वस्त्र पहनाए जा रहे हैं।

मंदिरों में विराजित देवी‎ देवताओं को पहनाए जा रहे हैं गर्म वस्त्र‎

इधर, ठंड के आगमन से मंदिरों में भगवान के‎ वस्त्र, सुबह व शाम की आरती व दिनचर्या में‎ बदलाव किया जा रहा है। मंदिरों में विराजित ‎देवी-देवताओं को गर्म वस्त्र पहनाए जा रहे हैं। धनबाद के जोड़ाफाटक श्रीराम मंदिर में सभी देवी-देवताओं को शॉल ओढ़ाया गया है। शक्ति मंदिर, लक्ष्मी‎नारायण मंदिर में संध्या आरती 6 बजे होने लगी‎है।

शारदीय नवरात्र के समय से शक्ति मंदिर में‎ संध्या आरती शाम 6 बजे कर दी गई है, जो 6:30‎बजे होती थी। भूईफोड़ मंदिर में 1 दिसंबर से‎ शाम की आरती का समय बदलेगा। मटकुरिया‎बाबा भूतनाथ मंदिर समेत कई मंदिरों में बदलाव होगा।‎

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