मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाली वर्तमान राज्य सरकार के सेवा, संकल्प और समर्पण के दो वर्ष पूरे होने और तीसरे वर्ष में पदार्पण के अवसर पर गुरुवार को गांधीनगर के महात्मा मंदिर में राज्य सरकार की सेवाओं में युवा शक्ति के सामर्थ्य और कौशल को जोड
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इस समारोह में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में नवनियुक्त 580 युवाओं को वित्त मंत्री कनुभाई देसाई, पंचायत राज्य मंत्री बचुभाई खाबड़ और मुख्य सचिव राज कुमार की उपस्थिति में नियुक्ति पत्र सौंपे। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने युवा शक्ति के कौशल को जनता की सेवा में जोड़ने के लिए सरकारी विभागों में भर्ती कैलेंडर के अनुसार प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया को प्राथमिकता दी है।
PM मोदी ने राज्य में सुशासन की व्यवस्था स्थापित की
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ऐसी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के बाद नियुक्त होने जा रहे युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुशासन की जो व्यवस्था स्थापित की है, उसे वर्तमान सरकार पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के जरिए आगे बढ़ा रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य में विकास के जो नए क्षितिज खुले हैं, उसके परिणामस्वरूप अब लोगों की अपेक्षाएं बढ़ गई हैं। अब लोगों को समय पर डिलीवर करने वाली और पारदर्शी शासन चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इसके लिए पूरी पारदर्शिता के साथ नौजवानों को सरकारी सेवा में चयनित होने के अवसर प्रदान किए हैं और अब दबाव या सिफारिशों के तौर-तरीके बंद हो गए हैं।
मुख्यमंत्री, मंत्रियों और वरिष्ठ सचिवों के करकमलों से युवाओं को दिए गए नियुक्ति पत्रों के अंतर्गत पंचायत सेवा में अतिरिक्त सहायक इंजीनियर, सड़क एवं भवन विभाग में सहायक इंजीनियर, शहरी विकास विभाग में योजना सहायक और सर्वेयर तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग में आईसीटी अधिकारियों के पद शामिल हैं।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने प्रधानमंत्री के ‘विकसित भारत@2047’ के संकल्प को साकार करने में विकसित गुजरात के निर्माण की प्रतिबद्धता दर्शायी। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति के रूप में विकसित भारत के चार स्तंभों में से एक युवा शक्ति के उत्साह, जोश और जज्बे को विकसित गुजरात के लिए सरकारी सेवाओं में जोड़ना है।
‘लिविंग वेल और अर्निंग वेल’ का लक्ष्य
CM बताया कि 2047 के विकसित गुजरात के लिए राज्य सरकार ने जो रोडमैप तैयार किया है उसमें ‘लिविंग वेल और अर्निंग वेल’ का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने लोगों के ईज ऑफ लिविंग यानी जीवन जीने की सुगमता में सुधार के लिए गांवों और शहरों में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के अंतर्गत स्वच्छता-सफाई, विशेष रूप से अंडरग्राउंड ड्रेनेज के सुचारु संचालन के लिए उपकरणों का आवंटन भी किया है।
कार्यक्रम में राज्य सरकार के शहरी विकास विभाग द्वारा 16 नगर पालिकाओं को इमरजेंसी रिस्पॉन्स सेनिटेशन यूनिट के तहत 15 जेटिंग-सक्शन मशीन और 24 डिसिल्टिंग मशीन भी प्रदान की गई। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि अगले दो वर्षों में नगर पालिकाओं में क्लस्टर दृष्टिकोण से वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित करने की भी योजना है।
मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त युवाओं को सीख देते हुए कहा कि वे अदने व्यक्ति के कल्याण के लिए सेवारत रहते हुए गुजरात के सुशासन और विकास मॉडल को नई ऊंचाई प्रदान करें। वित्त मंत्री कनुभाई देसाई ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री के नेतृत्व में दो वर्षों की सफल विकास यात्रा के लिए सभी को बधाई देते हुए यह आशा व्यक्त की कि गुजरात की अविरत विकास यात्रा में नए शामिल हुए कर्मचारी सच्चे अर्थ में कर्मयोगी बनकर सेवा के माध्यम से समाज और राष्ट्र के विकास में अपना श्रेष्ठ योगदान देंगे।
देसाई ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2001 में गुजरात के शासन की कमान संभाली, तब से उन्होंने वाइब्रेंट गुजरात, उद्योग क्षेत्र को प्राथमिकता, शाला प्रवेशोत्सव और मुख्यमंत्री स्वर्णिम शहरी विकास योजना जैसे विभिन्न नए आयाम शुरू कर अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं और सच्चे अर्थ में सुशासन दिया है। उन्होंने सभी नवनियुक्त कर्मयोगियों को सफल करियर के लिए शुभकामनाएं देते हुए यह विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री के 2047 तक भारत को विकसित बनाने के स्वप्न को साकार करने में गुजरात श्रेष्ठ भूमिका निभाएगा।
पंचायत राज्य मंत्री बचुभाई खाबड़ ने स्वागत भाषण में कहा कि पिछले दो वर्ष में भूपेंद्र पटेल के समर्थ नेतृत्व में गुजरात ने विकास की छलांग लगाई है। राज्य सरकार अंतिम छोर के नागरिकों के विकास के माध्यम से उनके जीवन में बदलाव लाने को कटिबद्ध है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने ‘दो वर्षः सेवा, संकल्प और समर्पण के’ नामक पुस्तक का विमोचन भी किया। इस पुस्तक में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के दूरदर्शी नेतृत्व में हुए जनहित के कार्यों तथा राज्य सरकार के सभी विभागों की विभिन्न योजनाओं एवं उपलब्धियों की संपूर्ण जानकारी दी गई है।
इस अवसर पर गांधीनगर की महापौर मीराबेन पटेल, विधानसभा के मुख्य सचेतक जगदीश मकवाणा, गांधीनगर (उत्तर) की विधायक रीटाबेन पटेल, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव द्वय पंकज जोशी और एम.के. दास, शहरी विकास एवं शहरी गृह निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अश्विनी कुमार, पंचायत विभाग की प्रधान सचिव मोना खंधार, सड़क एवं भवन विभाग के सचिव ए.के. पटेल, पंचायत, शहरी विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग तथा सड़क एवं भवन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सहित नवनियुक्त युवा और उनके परिजन उपस्थित रहे।