Closure of library and coaching has disrupted our routine | इंदौर में लाइब्रेरी-कोचिंग क्लास सील करने से नया संकट: ऑफलाइन पढ़ाई और रिवीजन बंद; MPPSC स्टूडेंट बोले- सितंबर में मैन्स की एग्जाम कैसे देंगे? – Indore News

‘हम लाइब्रेरी में पढ़ रहे थे। प्रशासन की टीम आई और 10 मिनट में लाइब्रेरी खाली करने के लिए कहा। बाहर तेज बारिश भी हो रही थी। हमें अपनी किताबें और सामान बाहर बरसते पानी में रखना पड़ा। जो स्टूडेंट मौजूद नहीं थे उनका सामान और किताबें लाइब्रेरी के अंदर ही र

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यह दर्द है उन छात्र-छात्राओं का जो कुछ बनने और बड़ा कर गुजरने का सपने लेकर शहर के भंवरकुआं इलाके में पढ़ाई कर रहे हैं। दिल्ली की कोचिंग में हादसे के बाद प्रशासन ने इंदौर में भी सख्ती दिखाते हुए बेसमैंट में संचालित लाइब्रेरी व कोचिंग क्लास को बंद करा दिया है।

ये अब फिर कब और कैसे खुलेंगे, इसका जवाब किसी के पास नहीं है। कई स्टूडेंट तीन महीने की एडवांस फीस भर चुके हैं। एक महीने बाद सितंबर 2024 में MPPSC की मुख्य परीक्षा होने वाली है।

अब तक कोचिंग सेंटरों सहित करीब 40 शिक्षण संस्थानों को बंद करा दिया गया है। कलेक्टर आशीष सिंह ने चेतावनी दी है कि अब बेसमैंट का उपयोग सिर्फ पार्किंग के लिए होगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि बेसमैंट का यदि अन्य उपयोग किया जा रहा हो तो खुद ही हटा लें।

अन्यथा रिमूव्हल की कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए बिल्डिंग मालिकों को एक महीने का समय दिया गया है। कलेक्टर ने कहा है कि स्टूडेंट्स की सुविधा के लिए भंवरकुआं में जल्द सरकारी लाइब्रेरी खुलवाने के भी निर्देश जारी कर दिए हैं।

दैनिक भास्कर ने शहर के भंवरकुआं इलाके की कई लाइब्रेरी और कोचिंग संस्थान के हाल जाने और वहां पढ़ने वाले बच्चों से बात की….

लोहे के एंगल पर तान रखी थी दो मंजिला बिल्डिंग

भंवरकुआ इलाके के भोलाराम उस्ताद मार्ग पर संचालित हो रही कई लाइब्रेरी लोहे के एंगल व प्लाई की छत पर संचालित की जा रही थी। इलाके की स्वामी विवेकानंद लाइब्रेरी हाउस को लोहे के एंगल और प्लाईवुड की छत से दो मंजिला आकार दिया गया था।

जिसमें रोजाना हजारों छात्र पढ़ने आ रहे थे। वहीं इलाके की स्कॉलर करियर अकादमी कोचिंग का क्लास रूम बेसमैंट में संचालित हो रहा था। इसे भी सील किया गया। विवेकानंद इंस्टीट्यूट कोचिंग संस्थान, ड्रीम अचीवर्स लाइब्रेरी, ज्ञानोदय लाइब्रेरी लोहे के एंगल व प्लाई की छत पर चल रही थी।

पहले दिन सील हुई थी 14 बिल्डिंग

प्रशासन ने जांच के दौरान 14 बिल्डिंग (बेसमैंट भी शामिल) सील किए। 10 बेसमैंट सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतरने पर सील किए गए। वहीं 4 बिल्डिंग में पूरी तरह से प्लाई की छत बनाकर लाइब्रेरी और क्लास संचालित हो रही थी।

भंवरकुआं इलाके की मां शारदा लाइब्रेरी, ज्ञान पंख लाइब्रेरी, अभ्यास लाइब्रेरी बेसमैंट में चल रही थी। इन सभी लाइब्रेरी में आने-जाने का रास्ता भी एक ही था। जिस तरह दिल्ली में घटना हुई मंजर वैसा ही था। इस दौरान प्रशासन की टीम ने अभ्यास लाइब्रेरी, विवेकानंद इंस्टीट्यूट, श्रृंखला आईएएस, स्कॉलर्स करियर एकेडमी, फिजिक्सवाला विद्यापीठ, मां शारदा लाइब्रेरी, स्वास्तिक लाइब्रेरी, ज्ञान पंख लाइब्रेरी, ड्रीम अचीवर्स लाइब्रेरी, भोलाराम उस्ताद मार्ग, ज्ञानोदय लाइब्रेरी, भोलाराम उस्ताद मार्ग, स्वामी विवेकानंद लाइब्रेरी हाउस भोलाराम उस्ताद मार्ग, अभ्यास लाइब्रेरी इंद्रपुरी शाखा को सील किया था। इसके बाद प्रशासन ने आगे भी कार्रवाई करते हुए करीब 3 दर्जन संस्थानों को सील किया था।

कई संस्थानों में नहीं है फायर सेफ्टी के प्रबंध

कई कोचिंग संस्थानों में फायर सेफ्टी को लेकर किसी तरह के नियमों का प्लान नहीं किया जा रहा है। यहां एक क्लास रूम में 50-60 बच्चों को बैठाया जा रहा है। कई संस्थानों की छत से पानी टपकता मिला। अधिकांश संस्थानों में एंट्री और एग्जिट के लिए एक ही गेट है। कई कॉमर्शियल बिल्डिंग में अमूमन 2-3 कोचिंग संस्थान चल रहे हैं। वहीं कई कोचिंग संचालकों ने खाली प्लाट पर लोहे के एंगल और प्लाई से छत बना दी है।

गेट खुलने के बाद अपना सामान समेटते नजर आए छात्र

कई छात्रों को लाइब्रेरी सील होने की जानकारी एक दिन बाद मिली तब वे सामान लेने पहुंचे। भंवरकुआं इलाके की स्वामी विवेकानंद लाइब्रेरी हाउस में छात्र अंधेरे में अपना सामान समेटते नजर आए। कई छात्रों के किताबें, नोट्स सहित लैपटॉप जैसे जरूरी समान भी मिसिंग हैं।

वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने पर छात्रों की फीस लौटाने के निर्देश दिए हैं

SDM घनश्याम धनगर ने कहा कि दिल्ली की घटना के बाद शहर में इस तरह की घटना को रोकने के लिए भंवरकुआं, नवलखा, गीता भवन आदि शैक्षणिक गतिविधिवाले इलाकों में जांच की गई। यहां बेसमेंट में कोचिंग संस्थान, लाइब्रेरी और शैक्षणिक संस्थान चल रहे थे। करीब 40 संस्थानों को सील करने की कार्रवाई की गई है। इसमें मुख्य रुप से ड्रैनेज सिस्टम, फायर सेफ्टी, इलेक्ट्रिकल सेफ्टी इन तीन प्वाइंट को ध्यान में रख कार्रवाई की गई है। ये सभी संस्थान कब तक बंद रहेगें यह अभी तय नहीं है। शासन के निर्देश के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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