छत्तीसगढ़ से सटे अमरकंटक में खुले मैदान में जमी बर्फ।
छत्तीसगढ़ में उत्तर से आ रही हवा के कारण कड़ाके की ठंड पड़ रही है। रायपुर, सरगुजा और बस्तर संभाग में कई जगहों पर शीतलहर चल रही है। अमरकंटक में रात का पारा 2 डिग्री हो गया है। इससे लगे छत्तीसगढ़ की सीमा पर बर्फ की चादर बिछ गई है। ठंड को देखते हुए बिला
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बता दें कई जिलों में रात का पारा सामान्य से 6 डिग्री तक कम हो गया है। रायपुर में सोमवार को न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से करीब 5 डिग्री कम है। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम के कारण अगले कुछ दिन समुद्र से नमी वाली हवा आएगी। जिससे कहीं-कहीं पर बादल छाएंगे। इसके बाद कुछ जगहों पर हल्की बारिश होने की भी संभावना है।
छत्तीसगढ़ से सटे अमरकंटक में कार की छत पर जमी ओस।
प्रदेश में न्यूनतम तापमान की स्थिति।
पेंड्रा में 20 से बारिश के आसार
अमरकंटक से लगे छत्तीसगढ़ के पकरिया, जलेश्वर महादेव, करंगा, धनौली, कबीर चबूतरा, अरपा उदगम में कड़ाके की ठंड है। पेंड्रा में रात का पारा 7 डिग्री पहुंच गया है। यहां 20 दिसंबर से बारिश की संभावना है।
सोमवार को पड़ी इस सीजन की सबसे ज्यादा ठंड
सोमवार को बलरामपुर सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री रहा। वहीं सरगुजा में रात का पारा 4 डिग्री पारा रहा। मैदानी इलाकों में दुर्ग सबसे ठंडा रहा। यहां रात का पारा 7.2 डिग्री रहा जो औसत से करीब 7 डिग्री कम था। भिलाई और दुर्ग में सुबह और शाम के वक्त अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं जगदलपुर में पारा 8.5 डिग्री रहा जो सामान्य से 3.4 डिग्री कम रहा।
दुर्ग, भिलाई में सुबह-शाम के वक्त अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है।
सरगुजा में शीतलहर
सरगुजा संभाग के जिलों में शीतलहर चलने की संभावना है। प्रदेश में अगले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम से नमी युक्त हवा आने के कारण न्यूनतम तापमान में 3-5°C की बढ़ोतरी होने की सम्भावना है।
तस्वीर रायपुर के देवेंद्रनगर की है।
सर्दियों में छोटे बच्चों की देखभाल के लिए इन 10 टिप्स को फॉलो करें…
- ठंड से बच्चों को सर्दी-जुकाम आसानी से हो जाता है। इससे उनकी नाक बंद हो जाती है और सांस लेने में परेशानी होती है। इसलिए डॉक्टर की सलाह पर नेजल ड्रॉप का इस्तेमाल करें।
- बच्चों के कमरे में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें। इससे वे प्रदूषण और धुएं से बचे रहेंगे।
- रात में बच्चों के ऊपर कई सारे कंबल और रजाई न डालें। इससे उनका दम घुट सकता है।
- बच्चों को बिस्तर पर सुलाने से पहले हॉट वॉटर बाटल से बिस्तर गर्म कर लें।
- ठंड की वजह से बच्चे का पेट दर्द हो रहा है या पेट साफ नहीं हो रहा है तो अजवाइन का इस्तेमाल करें।
- हल्के गुनगुने तेल से बच्चों की तेल मालिश करें। इसके लिए नारियल तेल, सरसों का तेल, बादाम का तेल या बेबी ऑयल इस्तेमाल कर सकते हैं।
- अगर बच्चा 7 महीने से बड़ा हो गया है और उसने खाना शुरू कर दिया है, तो बासी और ठंडा खाना न खिलाएं।
- बच्चा अगर एक साल से बड़ा है तो डॉक्टर की सलाह पर दूध पिला सकते हैं।
- बच्चों को मौसम के हिसाब से फल और सब्जियां खिलाएं। इससे उनकी इम्यूनिटी मजबूत होगी।
- बच्चे को अंडा खिलाएं। इससे बच्चे का शरीर गर्म रहेगा।
ठंड में रखें बुजुर्गों का ख्याल…
- ज्यादा ठंड पड़ने पर बुजुर्गों को घर से बाहर न जाने दें।
- एक मोटे कपड़े की जगह दो-तीन लेयर गर्म कपड़े पहनाएं।
- बुजुर्गों को एक्सरसाइज जरूर कराएं। सुबह-शाम की जगह दोपहर में एक्सरसाइज कराएं।
- बैलेंस्ड डाइट खिलाएं जो विटामिन सी से भरपूर हो।
- दवाइयों का खास ख्याल रखें। सभी दवाइयां समय पर दें।