मानसून सत्र के एक दिन पहले कांग्रेस विधायक ने डोंगरगढ़-खैरागढ़ सड़क की जर्जर हालत को लेकर धरने पर बैठ गईं। विधायक हर्षिता बघेल और कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बैठकर प्रदर्शन किया।
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खैरागढ़ जिला मुख्यालय को धर्मनगरी डोंगरगढ़ और महाराष्ट्र से जोड़ने वाली यह सड़क पिछले 8 सालों से जर्जर स्थिति में है। ढारा से सिदार खपरी तक का रास्ता गड्ढों से भरा हुआ है। बरसात के मौसम में इन गड्ढों में पानी भर जाता है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है।

PMGSY के अंतर्गत आती है सड़क
मां बमलेश्वरी और करेला भवानी मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को भी इसी टूटी सड़क से गुजरना पड़ता है। पीडब्ल्यूडी के कार्यपालन अभियंता के अनुसार, यह सड़क प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत आती है। मरम्मत की जिम्मेदारी भी उन्हीं की है। विभागीय पत्राचार के बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है।

सरकार बदलती रही, लेकिन हालत जस के तस
पिछले पांच सालों में जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब भाजपा ने इसी सड़क पर धरना दिया था। अब भाजपा की सरकार में कांग्रेस विरोध कर रही है। सत्ता पक्ष और विपक्ष बदलते रहे, लेकिन सड़क की स्थिति जस की तस बनी हुई है। स्थानीय लोगों का एक ही सवाल है – सड़क का निर्माण कब होगा।