श्रद्धालु डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए हजारों की संख्या में छठ घाट पहुंचे
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में छठ का महापर्व बड़े ही धूमधाम व पूरी धार्मिक आस्था के साथ मनाया जा रहा है। जहां छठ पूजा की शुरूआत के बाद आज तीसरे दिन व्रती महिलाओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया और हाथ जोड़कर मनोकामनाएं मांगी। दीपावली त्यौहार के बाद दूसरा सबसे बड़ा
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छठ पूजा के तीसरे दिन व्रती महिलाएं छठ घाट पहुंचकर पूजा अर्चना किए
36 घंटे का निर्जला उपवास छठ पर्व में डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए श्रद्धालु पूरे परिवार के साथ पहुंचे थे। सभी छठी मैया की पूजा कर रहे थे, तो बच्चे घाट के बाद पटाखे फोड़ने का आनंद उठा रहे थे। मान्यता है कि छठ पूजा में हर मनोकामना पूरी होती है और महिलाएं इसमें 36 घंटे के लिए निर्जला उपवास रखकर छठी मैया की अराधना करती हैं। कल उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद यह उपवास पूरा होगा।
36 घंटे का निर्जला उपवास रखकर छठी मैया की कर रहे अराधना
पर्व नहीं बल्कि महापर्व है छठ घाट में पूजापाठ के लिए पहुंचे श्रद्धालु माधुरी सिंह ने बताया कि यह पर्व नहीं बल्कि महापर्व है और यही वह त्यौहार है जिसमें डूबते व उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। उनका कहना है कि उत्तर भारतीय लोगों के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है और लाखों लोग इसे मनाते हैं। नाहए खाए से इसकी शुरूआत होती है और चार दिनों का यह महापर्व है।