छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ने करोड़ों के वाहनों को कबाड़ बना दिया। मरीजों की सुविधा के लिए शासन से मिले करीब 12 वाहन 5 साल से रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण कबाड़ हो रहे हैं। परिवहन विभाग का कहना है कि अब रजिस्ट्रेशन न
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सरकार की पहली प्राथमिकता होती है कि स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। इसके लिए 2019 से 2023 के बीच 12 से ज्यादा नए वाहन शासन के अलग-अलग मदों से खरीदे गए थे। जो गांव-गांव जाकर लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दे रहे थे। अब यही गाड़ियां रजिस्ट्रेशन नहीं होने की वजह से स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में बने सेड में कबाड़ हो रही है।
लोगों ने जताई नाराजगी
लोगों का कहना है कि क्या निजी वाहन होते तब भी सरकारी कर्मी ऐसी लापरवाही करते। जितने भी राशि का अब रजिस्ट्रेशन के लिए जुर्माना लगना है इनके वेतन से काटा जाए। लोगों का कहना है कि सरकारी कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। मामला स्वास्थ्य के साथ-साथ राजस्व की हानि से जुड़ा है।

स्वास्थ्य विभाग के दफ्तर के आगे खड़ी-खड़ी कबाड़ हो रही गाड़ियां।
CMHO ने दी सफाई
CMHO डॉ आरके सिंह ने कहा कि विभिन्न मदों से एक दर्जन वाहनों की खरीदी पिछले 5 साल में की गई थी। तात्कालिक CMHO और वाहन शाखा प्रभारी को इनका रजिस्ट्रेशन करवाना था। उन्होंने इतने सालों से क्यों नहीं करवाया? जब उन्होंने RTO से पत्र व्यवहार किया तो जवाब आया कि अब रजिस्ट्रेशन होना संभव नहीं है। सभी गाड़ियां नई है, लेकिन मजबूरी है कि अब हम चला नहीं सकते, न नीलाम कर सकते है। क्योंकि गाड़ियों का कोई कागज ही नहीं है।
