सरकारी अस्पताल में खून जांच के नाम पर वसूली।
छत्तीसगढ़ के मोहला-मानपुर-चौकी जिले के कौड़ीकसा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कई महीनों से खून जांच के नाम पर ग्रामीणों से वसूली की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां पदस्थ प्रभारी डॉक्टर हितेश मार्शल न केवल अस्पताल से अक्सर गायब रहते हैं, बल्कि
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वहीं, लैब टेक्नीशियन शालिनी पटेल खून जांच के लिए मरीजों से मनमानी रकम वसूल रही हैं।
पंचायत प्रतिनिधियों ने लिया जायजा
स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों को जब इसकी शिकायत मिली, तो उन्होंने अस्पताल में जाकर मामले की जानकारी ली। उन्होंने पाया कि वसूली जा रही रकम को न तो सरकारी खाते में जमा किया जा रहा है और न ही जीवनदीप समिति के खाते में। यह रकम सीधे अस्पताल के स्टाफ द्वारा अपने निजी उपयोग में लाई जा रही है।
अस्पताल के मेंटेनेंस के लिए ले रहे पैसे
जब पंचायत प्रतिनिधियों ने अस्पताल पहुंचकर इस वसूली के बारे में जानकारी मांगी, तो प्रभारी डॉक्टर हितेश मार्शल ने गुस्से में आकर कहा कि यह पैसे अस्पताल के मेंटेनेंस के लिए लिए जा रहे हैं और यह जायज है।
ज्यादातर समय अनुपस्थित रहते हैं डॉक्टर
डॉक्टर हितेश मार्शल 10 नवंबर 2024 को दो साल के बॉन्ड पर इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नियुक्त हुए थे। लेकिन ग्रामीणों के अनुसार वे अधिकतर समय अनुपस्थित रहते हैं और जब मन करता है, तभी अस्पताल आते हैं। इसके बावजूद वे अपनी अनुपस्थिति के दौरान भी फर्जी उपस्थिति दर्ज कर वेतन ले रहे हैं। डॉक्टर हितेश मार्शल राजनांदगांव में रहते हैं और सप्ताह में मुश्किल से एक दिन ही अस्पताल आते हैं।
बीएमओ ने कही जांच की बात
बीएमओ ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में खून जांच के लिए कोई शुल्क निर्धारित नहीं है। अगर कोई ऐसी शिकायत है, तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि अस्पताल में पैथोलॉजी जांच शुल्क का विवरण भी कहीं प्रदर्शित नहीं किया गया है।
प्रभारी डॉक्टर ने दी सफाई
कौड़ीकसा के प्रभारी डॉक्टर हितेश मार्शल ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अस्पताल का खर्च चलाने खून जांच का शुल्क लिया जा रहा है।