धमतरी के गंगरेल बांध और बजरंगबली से जुड़ी अनोखी मान्यता।
छत्तीसगढ़ के धमतरी शहर से महज 12 किलोमीटर दूर गंगरेल डैम में हनुमान जी विराजमान है। जिनके दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग पहुंच रहे हैं। हनुमान जी के मंदिर से 200 मीटर दूर धमतरी की आराध्य देवी मां अंगारमोती विराजमान हैं। जब पानी हनुमान जी के चरण छूने लगत
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धमतरी जिले के गंगरेल बांध से जुड़ी एक अनोखी मान्यता है। यहां बांध में पानी के बीच एक हनुमान जी का मंदिर बना हुआ है। सामान्य दिनों में इस मंदिर तक आसानी से पहुंचा जा सकता है, लेकिन बरसात के मौसम में इसका बड़ा हिस्सा पानी में डूब जाता है और लोग दूर से ही दर्शन करते हैं।
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गंगरैल डैम में हनुमान जी की मूर्ति कभी डूबती नहीं।
हनुमान जी की मूर्ति कभी डूबती नहीं
अनोखी बात यह है कि,जैसे ही बांध का पानी हनुमान जी के पैरों तक चढ़ता है और पैरों को छूने लगता है, वैसे ही उधर जलस्तर खतरे के निशान को भी छूने लगता है। इसके साथ ही गंगरेल डैम के लगभग सभी गेट खोलने पड़ते है। इस तरह हनुमान जी की मूर्ति कभी डूबती नहीं है।
बड़ी संख्या में पहुंच रहे सैलानी
पुजारियों ने बताया कि कई पीढ़ी से वह मंदिर में पुजारी का कार्य कर रहे हैं। पानी के हनुमान जी के चरण छूते ही गेट खोलने की स्थिति बन जाती है। पुजारी ने यह भी बताया कि भी बुजुर्ग यह बात पहले भी बताया करते थे। हनुमान जी के दर्शन के लिए आस-पास के गांव सहित अन्य राज्य के लोग भी पहुंचते हैं।