छठ महापर्व की चल रही है तैयारी।
बिलासपुर में सूर्य उपासना और लोक आस्था का पर्व छठ की तैयारी अब अंतिम दौर पर है। बुधवार को जिला प्रशासन के अफसरों ने यहां तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान यातायात व्यवस्था बनाने के लिए घाट में प्रवेश और बाहर निकलने के लिए अलग-अलग रूट तय करने के साथ ह
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छठ पर्व में सूर्य देव के अलावा छठी माता की पूजा की जाती है। यह एक ऐसा त्योहार है, जिसमें उदयांचल सूर्य के अलावा अस्ताचल सूर्य की भी पूजा की जाती है। छठ पर्व की शुरुआत नहाय खाय से 25 अक्टूबर को होगी। तोरवा छठ घाट पर पाटलीपुत्र संस्कृति विकास मंच, भोजपुरी समाज और सहजानंद समाज के संयुक्त तत्वावधान महापर्व 25 वर्षों से मनाया जा रहा है। महापर्व को लेकर तोरवा छठ घाट में एक सप्ताह से तैयारी चल रही है। घाट की साफ–सफाई के बाद लाइटिंग कर दी गई है। बुधवार को महापर्व की सुरक्षा व्यवस्था और तैयारी को लेकर घाट का निरीक्षण करने कलेक्टर संजय अग्रवाल, एसएसपी रजनेश सिंह, निगम आयुक्त अमित कुमार पहुंचे। छठ पूजा समिति के प्रवीण झा ने अधिकारियों को व्यवस्थाओं से अवगत कराया।

ट्रैफिक और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अफसरों ने ली बैठक।
अफसरों ने ली आयोजन समिति की बैठक इस दौरान निरीक्षण के बाद समिति के साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने बैठक की। इसमें सुरक्षा, स्वच्छता, पार्किंग, प्रकाश व्यवस्था और अन्य विषयों पर चर्चा की गई। इसमें तय किया गया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दो और चार पहिया वाहनों की पार्किंग व्यवस्था बिलासा उपवन में की जाएगी।
इसके लिए प्रवेश और निकासी के अलग-अलग मार्ग तय किए जा रहे हैं, ताकि जाम की स्थिति न बने। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आने-जाने वाले सभी रास्तों को दुरुस्त किया जाए और मार्गों पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था रहे। नगर निगम आयुक्त अमित कुमार ने बताया कि घाट की सफाई का काम लगभग पूरा हो चुका है।
बिजली विभाग की मदद से प्रकाश व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके अलावा गुरुनानक चौक से छठ घाट तक के मार्ग का डामरीकरण भी किया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को आवागमन में कोई परेशानी न हो।

अरपा नदी में जुटेंगे हजारों छठव्रती।
बैठक में डिप्टी कलेक्टर शिव बनर्जी, एसडीएम मनीष साहू, एडिशनल एसपी राजेंद्र जयसवाल, सीएमएचओ डॉ. शुभ्रा गढ़ेवाल समिति की ओर से प्रवीण झा, डॉ. धर्मेंद्र कुमार दास, अभय नारायण राय, सुधीर झा, बीएन ओझा, राम प्रताप सिंह, रौशन सिंह, विजय ओझा, दिलीप चौधरी, धनंजय झा, पंकज सिंह, कुमुद रंजन सिंह, अमरेंद्र कंठ, पीसी झा, चंद्र किशोर प्रसाद, हरिशंकर कुशवाहा, सतीश सिंह, धीरज झा, प्रभात चौधरी, प्रशांत सिंह, रामसखा चौधरी, प्रशांत सिंह, रविंद्र सिंह, सुरेंद्र सिंह, शैलेंद्र सिंह, रूपेश कुशवाह सहित अन्य मौजूद रहे।
स्थाई लाइट व विसर्जन के लिए रैंप बनाया जाए छठ पूजा समिति की तरफ से प्रवीण झा व अन्य पदाधिकारियों ने मांग की कि घाट पर हर वर्ष अस्थायी रूप से लगाई जाने वाली लाइटों को स्थायी रूप से लगाया जाए। इस पर कलेक्टर और निगम आयुक्त ने सहमति जताई और जल्द कार्ययोजना बनाने का आश्वासन दिया। इसके अलावा प्रतिमाओं के विसर्जन से नदी की सफाई पर पड़ने वाले प्रभाव को देखते हुए प्रशासन ने घाट के अंतिम छोर पर उदासीन आश्रम के पीछे एक रैंप और विशेष जलकुंड निर्माण की योजना पर सहमति दी, ताकि आगे से प्रतिमाओं का विसर्जन वहीं किया जा सके और नदी की स्वच्छता बनी रहे।
300 पुलिस जवान रहेंगे तैनात, कंट्रोल रूम बनेगा एसएसपी सिंह ने बताया कि छठ महापर्व के दौरान सुरक्षा को लेकर किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। पूरे क्षेत्र में 300 से अधिक पुलिस जवान तैनात रहेंगे, जो घाट, सड़कों और पार्किंग स्थलों पर निगरानी रखेंगे। पूरे घाट क्षेत्र को सीसीटीवी कैमरों से कवर किया जाएगा और ड्रोन कैमरे भी निगरानी में लगाए जाएंगे। घाट पर पुलिस का एक कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा। आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई के लिए फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ टीम और स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी मौके पर मौजूद रहेंगी।
