ChatGPT Handles 2.5 Billion Daily Prompts, Rivals Google Search in AI Usage | चैट-GPT हर दिन 250 करोड़ सवालों के जवाब दे रहा: 6 महीने में दोगुना हुआ AI प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल; अमेरिकी सबसे ज्यादा प्रॉम्प्ट दे रहे


मुंबई5 दिन पहले

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ओपन AI (Open AI) एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) डेवलप करने वाली कंपनी है। इसकी स्थापना 2015 में इलॉन मस्क, सैम ऑल्टमैन और उनके कुछ दोस्तों ने मिलकर की थी। - Dainik Bhaskar

ओपन AI (Open AI) एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) डेवलप करने वाली कंपनी है। इसकी स्थापना 2015 में इलॉन मस्क, सैम ऑल्टमैन और उनके कुछ दोस्तों ने मिलकर की थी।

ओपनएआई का चैटबॉट चैट-GPT दुनियाभर में हर दिन 250 करोड़ से ज्यादा प्रॉम्प्ट (सवाल या काम) के जवाब दे रहा है। इसमें 33 करोड़ प्रॉम्प्ट्स अकेले अमेरिका से आते हैं। दिसंबर 2024 में यह आंकड़ा 100 करोड़ प्रतिदिन था, यानी 6 महीनों में उपयोग दोगुना से ज्यादा हो गया।

Axios की एक रिपोर्ट के मुताबिक चैट-GPT सालाना 912.5 अरब सवालों के जवाब दे रहा है। वहीं गूगल पर हर साल 5 ट्रिलियन सर्च (लगभग 1,370 करोड़ प्रतिदिन) किए जाते हैं। ओपनएआई के प्रवक्ता रॉब फ्रीडलैंडर ने इन आंकड़ों की पुष्टि की है।

रिपोर्ट के मुताबिक भारत में भी चैटजीपीटी की वेबसाइट और एप का उपयोग खासकर 25-34 साल के युवा और स्टूडेंट्स में तेजी से बढ़ रहा है।

चैट-GPT के करीब 50 करोड़ वीकली एक्टिव यूजर्स

अभी चैट-GPT के करीब 50 करोड़ वीकली एक्टिव यूजर्स हैं जिनमें से ज्यादातर फ्री वर्जन इस्तेमाल करते हैं। भारत और अमेरिका, दोनों 16% ट्रैफिक के साथ चैटजीपीटी के सबसे बड़े बाजार हैं। ब्राजील, कनाडा, और फ्रांस भी टॉप देशों में शामिल हैं।

भारत में स्टूडेंट्स इसे पढ़ाई, होमवर्क, और जटिल कॉन्सेप्ट्स समझने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। दिसंबर 2024 में 30 करोड़ साप्ताहिक यूजर्स थे।

अपना वेब ब्राउजर लॉन्च करेगी कंपनी

चैट-GPT बनाने वाली कंपनी ओपन AI आने वाले कुछ हफ्तों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पावर्ड वेब ब्राउजर लॉन्च करने जा रही है। ओपन AI का ये ब्राउजर चैटGPT जैसे इंटरफेस में कुछ काम सीधे करेगा, यानी यूजर्स को बार-बार वेबसाइट्स पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

ओपन AI की योजना है कि ये ब्राउजर उनके AI प्रोडक्ट्स, जैसे ‘ऑपरेटर’ को ब्राउजिंग में जोड़ा जाए, जो बुकिंग या फॉर्म भरने जैसे काम कर सके। हालांकि, गूगल क्रोम का 3 अरब से ज्यादा यूजर्स के साथ 66% मार्केट शेयर है, जबकि Apple का Safari 16% के साथ दूसरे नंबर पर है। ओपनAI को इनसे कड़ी टक्कर मिलेगी।

2015 में शुरू हुई थी ओपन AI

ओपन AI (Open AI) एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) डेवलप करने वाली कंपनी है। इसकी स्थापना 2015 में इलॉन मस्क, सैम ऑल्टमैन और उनके कुछ दोस्तों ने मिलकर की थी। यह AI टेक्नोलॉजी विशेष रूप से जेनेरेटिव AI और लार्ज लैंग्वेज मॉडल (जैसे चैट GPT) के डेवलपमेंट के लिए जाना जाता है। कंपनी का मिशन सेफ और ह्यूमन सेंट्रिक AI डेवलप करना है। कंपनी सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया में स्थित है।

चैट-GPT क्या है?

चैट-GPT यानी चैट जनरेटिव प्री ट्रेन्ड ट्रांसफॉर्मर। यह ओपन-AI का एक आर्टिफिशियली इंटेलिजेंट चैटबॉट है। चैट-GPT के पास हर उस सवाल का जवाब है जो इंटरनेट पर मौजूद है, लेकिन यह उसी सवाल का जवाब दे सकता है जो पहले इंटरनेट पर पूछा गया हो। यह एक सॉफ्टवेयर है, जो इंटरनेट पर मौजूद जानकारी को पढ़कर जवाब देता है।

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भारत को जल्द अपना वेब ब्राउजर मिल सकता है। इसे बनाने का जिम्मा भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी जोहो कार्पोरेशन को मिला है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने गुरुवार (20 मार्च) को इसकी घोषणा की।

मंत्रालय ने स्वदेशी वेब ब्राउजर डेवलप करने के उद्देश्य से ‘इंडियन वेब ब्राउजर डेवलपमेंट चैलेंज’ नाम से एक प्रतियोगिता आयोजित की थी, जिसमें जोहो कार्पोरेशन ने फर्स्ट प्राइज जीता है। इसके लिए जोहो को 1 करोड़ रुपए का प्राइस मिला है।

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