चंडीगढ़ के डड्डूमाजरा निवासी हरि नाथ सिंह से साइबर ठगों ने मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाकर 51 लाख रुपए की ठगी कर ली। पीड़ित को 20 दिनों तक डिजिटल गिरफ्त में रखते हुए ठगों ने उसे फर्जी जांच और गिरफ्तारी का डर दिखाया। मामले में साइबर थाना पुलिस ने शिकायत क
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2 अक्टूबर, 2024 को हरि नाथ को एक महिला का फोन आया, जिसने खुद को एक टेलीकॉम कंपनी का कर्मचारी बताया। महिला ने दावा किया कि हरि नाथ के आधार कार्ड पर मुंबई से एक सिम कार्ड जारी हुआ है, जिसका उपयोग मनी लॉन्ड्रिंग में हुआ है। महिला ने यह भी कहा कि उनके नाम से जुड़े सभी सिम कार्ड दो घंटे में बंद कर दिए जाएंगे और उनके खिलाफ पुलिस जांच चल रही है।
महिला ने कथित रूप से मुंबई पुलिस के संपर्क में रहने का निर्देश देते हुए हरि नाथ को एक नंबर दिया। जब पीड़ित ने उस नंबर पर संपर्क किया, तो उसे वीडियो कॉल के जरिए पुलिस की वर्दी पहने एक व्यक्ति से बात करवाई गई।
650 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग में फंसाने की धमकी वीडियो कॉल पर ठग ने बताया कि हरि नाथ के नाम से एक बैंक खाता मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों में शामिल है, जिससे 6.8 करोड़ रुपए ट्रांसफर हुए हैं। आरोपी ने खुद को सीबीआई और आरबीआई के अधिकारी बताते हुए हरि नाथ को जल्द गिरफ्तारी का डर दिखाया और उसे निर्देश दिया कि वह जांच के दौरान किसी से संपर्क न करे।
डर के कारण हरि नाथ ने अपने बैंक खातों से 48 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। बाद में ठगों ने एफआईआर रद्द करने और जांच शुल्क के नाम पर 88 हजार और 1.5 लाख रुपए अतिरिक्त ठग लिए। इस तरह कुल 51 लाख 27 हजार 999 रुपए की ठगी हो गई।
ठगी का एहसास होने पर हरि नाथ ने साइबर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अब ठगों के कॉल डिटेल और बैंक ट्रांजेक्शन की जांच कर रही है।