चंडीगढ़ की मेयर हरप्रीत कौर बबला।
चंडीगढ़ नगर निगम वित्तीय संकट से गुजर रहा है, जिसके चलते वीरवार को चंडीगढ़ की मेयर हरप्रीत कौर बबला द्वारा बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक का नेतृत्व चंडीगढ़ कमिश्नर अमित कुमार को करना था, लेकिन बैठक में सिर्फ बीजेपी के सभी पार्षद पहुंचे, जबकि आम आदमी पार्
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नगर निगम की आर्थिक स्थिति सुधारने और शहर में विकास कार्यों को गति देने के उद्देश्य से बुलाई गई इस बैठक में विपक्षी पार्षदों की गैरमौजूदगी पर मेयर बबला ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि इस बैठक का मकसद शुक्रवार को चंडीगढ़ प्रशासक गुलाब चंद कटारिया से मिलने से पहले एकजुट होकर निगम की मांगों को मजबूती से रखना था, लेकिन विपक्षी पार्षदों के न आने से ऐसा संभव नहीं हो सका।
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मीटिंग में पहुंचे बीजेपी के सभी पार्षद।
आप और कांग्रेस विकास कार्य नहीं चाहते: मेयर बबला मेयर बबला ने कहा कि इस बैठक में निगम कमिश्नर को चर्चा करनी थी और सभी पार्षदों को इसमें शामिल होने के लिए बुलाया गया था। हमने यह बैठक इसलिए बुलाई थी, क्योंकि शुक्रवार को चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात कर फंड की मांग करनी थी, ताकि शहर के रुके हुए विकास कार्य पूरे किए जा सकें।
लेकिन आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षद बैठक में नहीं आए। ऐसा लगता है कि ये दोनों ही दल शहर के विकास कार्यों में दिलचस्पी नहीं रखते।
चाय पीने के अलावा कुछ नहीं होता: कांग्रेस कांग्रेस के सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर सिंह बंटी ने कहा कि मेयर इससे पहले भी कई बार बैठक बुला चुकी हैं, लेकिन उनमें कोई ठोस चर्चा नहीं होती, सिर्फ चाय पिलाकर वापस भेज दिया जाता है। इसलिए अब शुक्रवार को हम सीधे चंडीगढ़ प्रशासक के सामने अपनी बात रखेंगे।
वहीं, आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता योगेश ढींगरा ने बैठक में शामिल न होने का कारण बताते हुए कहा कि पार्टी पहले अपनी बैठक करेगी और उसके बाद ही शुक्रवार को प्रशासक के सामने अपनी मांगें रखेगी।